पॉलिटिकल डेस्क। लोकसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा हो चुकी है और सभी राजनीतिक दल चुनाव प्रचार में जुट चुके हैं। सियासी गलियारे में जबरदस्त हलचल है। एक ओर क्षेत्रीय नेता अपने अपने टिकट कन्फर्म कराने के लिए पार्टी के दफ्तरों और बड़े नेताओं के चक्कर काट रहे हैं वहीं दूसरी ओर पार्टी के रणनीतिकार भी जनता और क्षेत्र का मूड समझने निकल चुके हैं।
ऐसे में खबर मिल रही है कि अपनी खास रणनीति के लिए पहचानी जानी वाली भारतीय जनता पार्टी ने यूपी में बड़ी संख्या में सीटें जीतने के लिए पार्टी के कुछ सिटिंग सांसदों का टिकट काटने पर विचार कर रही है।
सांसदों का लिया गया था फीड बैक
बीजेपी के चाणक्य कहे जाने वाले राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कुछ दिनों पहले यूपी में अपने मौजूदा सांसदों का फीड बैक लिया था। जिसमें यह बात निकलकर सामने आई थी कि करीब 20 से 25 लोकसभा क्षेत्रों में जनता और पार्टी कार्यकर्ता अपने सांसद के कार्यों से संतुष्ट नहीं हैं।
इसके बाद से ही इन सांसदों के टिकट काटे जाने को लेकर चर्चा शुरू हो गई थी। बीजेपी खास रणनीति पर काम कर रही है। पार्टी ने बूथ लेवल तक जाकर फीडबैक हासिल किया है। यूपी प्रभारी गोवर्धन झड़पिया इलेक्शन स्ट्रेटेजी के माहिर खिलाड़ी हैं। माना जा रहा है इस बड़े फैसले में वो भी शामिल हैं।
गोरखपुर, फूलपुर और कैराना की हार से चिंतित हैं शाह
देश के जिस सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश से 2014 में बीजेपी को सबसे अधिक 71 सीटें मिली थी, लेकिन हाल ही में गोरखपुर, फूलपुर और फिर कैराना उपचुनाव में मिली हार ने पार्टी को सोचने पर मजबूर कर दिया है।
इन सीटों पर मिली हार ने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को चिंतित कर दिया है और वो कोई भी रिस्क नहीं लेना चाहते। गौरतलब है कि दिल्ली का रास्ता यूपी से होकर ही गुजरेगा। ऐसे में पिछले चुनाव में 80 में से 71 सीटें पाने वाली बीजेपी यूपी में कोई गलती नहीं करना चाहती।
कई कद्दावर नेताओं के भी कट सकते हैं टिकट
जिन सांसदों के टिकट काटे जाने पर विचार हो रहा है, उसमें कई कद्दावर नेताओं के नाम भी शामिल हैं। सूत्रों की माने तो संभल से सांसद सत्यपाल सिंह, फतेहपुर की सांसद साध्वी निरंजन ज्योति और घोसी से हरिनारायण राजभर का टिकट कट सकता है।
वहीं बहराइच से सावित्री बाई फूले, बस्ती से हरीश चंद्र, भदोई से वीरेंद्र सिंह, बलिया से भरत सिंह, हमीरपुर-महोबा लोकसभा सीट से सांसद पुष्पेंद्र चंदेल और अकबरपुर से देवेंद्र सिंह का टिकट भी काटा जाएगा। यहां से नए युवा उम्मीदवार उतारे जा सकते हैं।
यहां देखें पूरी लिस्ट जिन पर लटक रही तलवार
- संभल – सत्यपाल सिंह
- फतेहपुर – निरंजन ज्योति
- बहराइच – सावित्री बाई फूले
- बस्ती – हरीश चंद्र
- भदोई – वीरेंद्र सिंह
- बलिया – भरत सिंह
- हमीरपुर – कुंवर पुष्पेंद्र सिंह
- हरदोई – अंशुल वर्मा
- जॉनपुर – कृष्णा प्रताप
- कुशीनगर – राजेश पांडे
- मछलीशहर – राम चरित्र निशाद
- मेरठ – राजेंद्र अग्रवाल
- मिसरिख – अंजू बाला
- रामपुर – डॉ. नेपाल सिंह
- रॉबर्ट्सगंज – छोटेलाल
- सलेमपुर – रवींद्र कुशवाहा
- श्रावस्ती – दद्दन मिश्रा
- अकबरपुर – देवेंद्र सिंह
- इलाहाबाद – श्यामा चरण गुप्ता
- अंबेडकर नगर – हरि ओम पांडे
- आंवला – धर्मेंद्र कुमार
- धौराहरा – रेखा वर्मा
- इटावा – अशोक कुमार दोहारे
- फतेहपुर सिकरी – बाबूलाल
- घोसी – हरिनारायण राजभर