क्रिकेट ऐसा खेल है जिसके पूरी दुनिया में दर्शक भरे पड़े हैं। भारत में तो क्रिकेट को पूजा जाता है, यहां शायद ही कोई ऐसा हो जिसे क्रिकेट पसंद ना हो। भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्ते ठीक ना होने की वजह से दोनों देशों के बीच मैदान पर होने वाला हर मुकाबला अपने आप में खास होता है। ऐसे में आईसीसी विश्व कप 2019 में होने वाले महामुकाबले का दुनिया भर के क्रिकेट फैंस इंतजार कर रहे हैं लेकिन 14 फरवरी को पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद उस पर संकट छा गया है।
इस हमले की अंतरराष्टरीय स्तर पर निंदा की जा रही है। हमले के बाद भारतीय सरकार ने कई अहम फैसले लिए हैं। जिसमें पाकिस्तान से मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा छीन लिया गया है। दूसरी ओर खेल जगत और बॉलीवुड से भी पाकिस्तानियों का बहिष्कार किया जा रहा है।
ICC World Cup 2019
क्रिकेट के महाकुंभ आईसीसी विश्व कप को शुरू होने में महज 99 दिन बाकी हैं। भारत का पाकिस्तान के खिलाफ मैच 16 जून को है। महामुकाबले से पहले भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) 28 फरवरी को दुबई होने वाली आईसीसी की बैठक में पाकिस्तान से वर्ल्ड कप में मैच नहीं खेलने की बात रख सकता है। हालांकि अब आईसीसी का शेड्यूल बदलना मुमकिन नहीं है, ऐसे में अगर भारत पाकिस्तान के खिलाफ मैच खेलने से इनकार करता है तो उसे 2 अंक गंवाने पड़ेंगे, साथ ही उस पर जुर्माना भी लग सकता है।
आईपीएल के चेयरमैन राजीव शुक्ला ने कहा है कि- ‘हमारी नीति और स्थिति बड़ी स्पष्ट है, जब तक सरकार मंजूरी नहीं देगी हम पाकिस्तान के साथ नहीं खेलेंगे’।
ड्रेसिंग रुम में लगी पाकिस्तानी क्रिकेटरों की तस्वीरों को हटाया
मुंबई के क्रिकेट क्लब ऑफ इंडिया (सीसीआई) ने इमरान की तस्वीर को ढक दिया है, जबकि पंजाब क्रिकेट संघ और राजस्थान क्रिकेट संघ ने अपने-अपने स्टेडियम के अंदर लगी पाकिस्तानी क्रिकेटरों की तस्वीरों को हटा दिया है। PCB ने इसे अफसोसजनक बताया और वह इस मुद्दे को आईसीसी की बैठक में बीसीसीआई के साथ उठाएगा।
पीसीबी के प्रबंध निदेशक वसीम खान ने कहा कि- खेल ने हमेशा राजनीतिक तनाव को कम करने में अहम भूमिका निभाई है।
पीएसएल का बहिष्कार
14 फरवरी को शुरू हुई पाकिस्तान सुपर लीग (PSL) का भारत की प्रोडक्शन कंपनी आईएमजी रिलायंस के बाकी मैचों में प्रोडक्शन से पीछे हटने के बाद अब भारत की वेबसाइट क्रिकबज, स्पोर्ट्स चैनल डी-स्पोर्ट्स और ऑनलाइन बेटिंग प्लेटफॉर्म ने पीएसएल का पूरी तरह से बहिष्कार कर दिया है। 14 फरवरी को ही पुलवामा में सीआरपीएफ पर हमला किया गया था।
सिद्धू का पाकिस्तान को सपोर्ट बना काल
नवजोत सिंह सिद्धू पुलवामा आतंकी हमले में पाकिस्तान के शामिल होने की बात सामने आने के बाद से लगातार पाकिस्तान और अपने दोस्त इमरान खान (पाकिस्तान के प्रधानमंत्री) के समर्थन में बोल रहें हैं। जिसका पूरे देश में विरोध हो रहा है और लोग उन्हें सोनी चैनल पर आने वाले कपिल शर्मा के शो से बाहर करने की मांग कर रहे हैं।
पुलवामा आतंकी हमले के बाद सिद्धू ने कहा था कि- इस तरह के कायराना आतंकी हमलों के लिए पूरे देश को जिम्मेदार ठहराना ठीक नहीं है। आकंतवादियों का दीन और मज़हब नहीं होता। दुनिया में अच्छे, बुरे और बदसूरत लोग हैं। हर संस्थान में ऐसे लोग होते हैं। हर देश में ऐसे लोग होते हैं। जो बुरा है, उसे सज़ा दी जानी चाहिए, लेकिन किसी बुरे इंसान के कायरतापूर्ण काम के लिए सबको दोष देना ठीक नहीं।
सानिया की देशभक्ति पर फिर उठा सवाल
भाजपा विधायक राजा सिंह ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव से सानिया मिर्जा को तेलंगाना के ब्रांड एम्बेसडर पद से हटाकर साइना नेहवाल और पीवी सिंधु जैसे किसी स्थानीय खिलाड़ी को राजदूत बनाने की मांग की है। राजा ने ऐसा इसलिये कहा है क्योंकि सानिया ‘पाकिस्तान की बहू’ हैं। इस बात का जवाब सानिया ने ट्वीटर पर एक पोस्ट में दिया है। सानिया ने लिखा है, ‘मैं अपने देश के लिए खेलती हूं, इस देश के लिए पसीना बहाती हूं और इसी तरह मैं अपने देश की सेवा करती हूं और अपने CRPF के जवानों और उनके परिवार के साथ खड़ी हूं’।
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26/11 के बाद भारत-पाकिस्तान के संबंध
26/11 हमलों के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच सभी संबंध तोड़ दिए गए थे और तब से दोनों देशों के बीच हालात सुधर नहीं पाए हैं। उरी हमले में 18 जवानों के शहीद होने से मामला और बिगड़ गया था और अब पुलवामा में हुए हमले के बाद दोनों देशों के संबंधों के ठीक होने की संभावना को तकरीबन खत्म कर दिया है। इसका असर खेल पर भी पड़ा, 2012 से भारत-पाकिस्तान के बीच कोई द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेली गई है। आखिरी बार दोनों टीमें दो साल पहले आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में टकरायी थीं, जिसमें पाकिस्तान ने बाजी जीती थी। वर्ल्ड कप में दोनों टीमों के बीच 6 बार टक्कर हुई है और हर बार भारत ही विजेता रहा है।
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