जुबिली न्यूज डेस्क
पिछले दिनों अरुणाचल प्रदेश में अपने छह विधायकों के बीजेपी में शामिल होने से जनता दल यूनाइटेड नाराज है। बीजेपी के इस कदम की जेडीयू ने आलोचना की है।
जेडीयू महासचिव के सी त्यागी ने बीजेपी को नसीहत देते हुए कहा है कि यह गठबंधन धर्म का पालन नहीं है। इसके अलावा उन्होनें बीजेपी शासित राज्यों में लव जिहाद कानून लागू करने को भी गलत ठहराया।
त्यागी के अलावा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी इशारों इशारों में भी भाजपा को चेतावनी देते हुए कहा कि उन्हें पद की कोई चाहत नहीं है , ना तो उन्होंने कभी सिद्धांतों से समझौता किया है और ना ही आगे करेंगे।
भाजपा द्वारा विधायक तोडऩे के मुद्दे पर जेडीयू के महासचिव के सी त्यागी ने कहा कि वह अरुणाचल प्रदेश की यह खबर सुनकर स्तब्ध रह गए। अरुणाचल में भाजपा की सरकार को कोई खतरा नहीं था। इसलिए भाजपा ने ऐसा करके गठबंधन धर्म का उल्लंघन किया है।
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उन्होंने कहा कि जेडीयू ने इस मसले पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा से बातचीत की है। त्यागी ने कहा कि उनके विधायकों को अरुणाचल के मंत्रिमंडल में शामिल करने की बात कही गई थी, लेकिन उन्होंने अपनी पार्टी में ही शामिल कर लिया। इसको लेकर जदयू अपनी नाराजगी व्यक्त करता है ।
साथ ही केसी त्यागी ने भाजपा सरकार द्वारा लग अलग राज्यों में लव जिहाद कानून बनाये जाने के मुद्दे पर कहा कि ऐसे कानून समाज में नफरत और विभाजन पैदा करते हैं।
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मालूम हो बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जेडीयू का अध्यक्ष पद छोड़ दिया, जबकि उनका बतौर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष दूसरे कार्यकाल का अभी सवा साल बाकी था।
नीतीश कुमार दूसरी बार अप्रैल 2019 में राष्ट्रीय अध्यक्ष बने थे, लेकिन उन्होंने अपने हनुमान रामचन्द्र प्रसाद सिंह (आरसीपी सिंह) को यह जिम्मेदारी सौंप दी है।
नीतीश के इस कदम को राजनीतिक पंडित जदयू संगठन को दूसरे राज्यों में विस्तार और बिहार में मजबूती देने की रणनीति के तहत देख रहे हैं।