जुबिली पोस्ट ब्यूरो
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था को लेकर प्रदेश की सरकार गंभीर है। इसका नतीजा है कि 20 मार्च 2017 से लेकर 11 अगस्त 2019 तक यूपी पुलिस और बदमाशों की बीच 4,458 मुठभेड़ हुईं।
इसमें 9,833 अपराधी गिरफ्तार किये गये और 1484 घायल हुये। इसके अलावा 94 अपराधी पुलिस की आत्मरक्षार्थ कार्यवाही में मारे गये। पुलिस कार्रवाई के दौरान 725 पुलिस कर्मी घायल और 5 पुलिस कर्मी शहीद हुए हैं।
सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि प्रदेश में अपराधियों के विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही के कारण 20 मार्च 2017 से 31 जुलाई 2019 तक 16,375 अपराधियों ने अपनी स्वयं जमानत निरस्त कराकर न्यायालय में आत्मसमर्पण किया है।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में गम्भीर अपराधों जैसे डकैती, बलात्कार, हत्या, अपहरण एवं लूट में कमी आयी है। डकैती में 42.63 प्रतिशत, बलात्कार में 7.63 प्रतिशत, हत्या में 7.08 प्रतिशत, लूट में 22.1 प्रतिशत, फिरौती हेतु अपहरण में 30.43 प्रतिशत की कमी आयी है।
भूमाफियाओं और अपराधियों के विरुद्ध गैंगेस्टर एक्ट की कार्रवाई करते हुए उनके द्वारा अवैध रुप से अर्जित लगभग 1 अरब, 94 करोड़ 48 लाख की अवैध सम्पत्ति की जब्तीकरण की कार्रवाई भी की गयी है।
नौजावानों ने अपराध का रास्ता छोड़ा
सरकार द्वारा चलायी जा रही जीरों टॉलरेंस की सख्त नीति का यह सुखद परिणाम है कि अब प्रदेश के वो नौजवान जो अपराध के रास्ते पर थे उसे छोड़कर अब वह अन्य भर्तियों में अपनी प्रतिभा और ऊर्जा का समावेश कर रहे हैं। इतना ही नहीं प्रदेश से बाहर पलायन कर गये नौजवान हज़ारों की संख्या में वापस आकर अपना रोज़गार कर रहे हैं या ख़ुद का व्यवसाय कर रहे हैं ।