ऑफिस में घंटों कुर्सी पर बैठे रहना या घर पर दिन- रात टीवी, स्मार्टफोन और कंप्यूटर की स्क्रीन से चिपके रहना आपकी सेहत के लिए उतना ही घातक है जितना धूम्रपान। दिन भर बैठे या लेटे रहने की आदत याददाश्त और तर्क शक्ति के लिए भी घातक पाई गई है।
इस लिए चलने-फिरने और एक्सरसाइज करने का समय बढ़ाकर कंधे, पीठ व कमर में दर्द की समस्या से लेकर टाइप-2 डायबिटीज, हृदयरोग तथा कैंसर जैसी जानलेवा बीमारियों से मौत का खतरा घटा सकते हैं।
ब्लड शुगर में इजाफा
1000 से कम कदम चलने पर इंसुलिन के खिलाफ प्रतिरोधक क्षमता विकसित होने लगती है। इससे शरीर में पहुंचने वाली शर्करा ऊर्जा में नहीं बदल पाती और व्यक्ति डायबिटीज का शिकार हो जाता है।
आदत
- 8 घंटे औसतन कुर्सी पर डटे रहते हैं ज्यादातर वयस्क
- 10 हजार कदम रोजाना चलना जरूरी है स्वस्थ रहने को
- 3 घंटे टीवी या मोबाइल पर वीडियो देखने में गुजारते हैं
- 6 दिन हफ्ते में कम से कम आधा घंटा जरूर व्यायाम करें
याददाश्त को खतरा
रोजाना 10 से 15 घंटे तक शारीरिक रूप से असक्रिय रहने वाले लोगों के मस्तिष्क का ‘मीडियल टेंपोरल लोब’ भाग काफी छोटा पाया गया था। यह भाग यादें संजोने व नई चीजें सीखने की क्षमता निर्धारित करने में अहम माना जाता है।