जुबिली न्यूज डेस्क
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव के एक ट्वीट पर तंज कसते हुए कहा कि ”सपा और बुद्धि तो नदी के दो किनारे हैं” और प्रदेश एवं देश की जनता उनके ट्वीट पर हंस रही है।
दरअसल सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के हवाले से सोमवार को एक ट्वीट किया था, जिसमें दिखाया गया था कि यूपी में दंगों में वृद्धि हुई है।
मंगलवार को सीएम योगी ने एक निजी समाचार चैनल के ‘मंथन-2021’ कार्यक्रम में अखिलेश यादव के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ”उन्होंने (अखिलेश यादव ने) कल एक ट्वीट किया कि यूपी में रिकार्ड दंगे हुए हैं, जबकि सच्चाई यह है कि एनसीआरबी ने देश भर के जो आंकड़े जारी किए, उनमें राज्य में सांप्रदायिक दंगे शून्य दिखाए गए थे।”
योगी ने अखिलेश यादव की ओर इशारा करते हुए कहा, ”वे अपनी बुद्धि और विवेक से काम नहीं कर रहे। वे ट्विटर पर निर्भर रहने वाले लोग हैं। जब कोई प्रशिक्षक आएगा और बताएगा कि तुम्हें ये लाइन बोलनी है तो वे उसे बोलेंगे। सपा और बुद्धि तो नदी के दो किनारे हैं। उनके पास कोई ऐसा ‘बुद्धिमान’ आ गया होगा, जिसने दिमाग दूसरे किनारे रखकर उन्हें यह बताया होगा और उन्होंने वही ट्वीट कर दिया होगा। प्रदेश और देश की जनता उनके ट्वीट पर हंस रही है। इन लोगों से कोई क्या कह सकता है।”
सीएम योगी से जब ये पूछा गया कि अखिलेश यादव कह रहे हैं कि ”काम हमने किया और वह (योगी) तो सिर्फ फीता काट रहे हैं, तो मुख्यमंत्री ने पलटवार करते हुए कहा कि 2017 में ये जो जोड़ी (राहुल गांधी और अखिलेश यादव ने विधानसभा चुनाव में गठबंधन किया था) आई थी, ”इन दोनों की प्रवृत्ति ही यूपी को अपमानित करने की है”।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि आम जनता में कोई भय नहीं है, क्योंकि चारों तरफ सुरक्षा का माहौल बनाया गया है, लेकिन पेशेवर माफिया के मन में भय होना चाहिए।
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मुख्यमंत्री ने इस आरोप को खारिज किया कि जनप्रतिनिधियों और नौकरशाही के बीच समन्वय नहीं है। योगी ने एक महंत की तरह सरकार चलाने के आरोप के जवाब में कहा, ”सरकार धमक और हनक से चलती है। वह दुम दबाकर नहीं चलती।