जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। बीते कुछ दिनों से भारत में ट्विटर को लेकर काफी हंगामा देखने को मिल चुका है। दरअसल नए आईटी नियम को लेकर ट्विटर हमेशा से आना-कानी करता रहा है। ऐसे में इसका नतीजा यह रहा कि ट्विटर को भारत में मिलने वाला लीगल प्रोटेक्शन यानी कानून सुरक्षा खत्म हो गई है।
अब जब तक ट्विटर नियम नहीं लागू करता तब तक उसे कानूनी सुरक्षा नहीं मिलेगी। हालांकि मोदी सरकार ने अभी तक इसको लेकर कोई ठोस आदेश नहीं दिया है लेकिन योगी सरकार ने ट्विटर को लेकर बड़ा कदम उठा लिया है।
दरअसल उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ ने बड़ा कदम उठाते हुए koo ऐप पर अपना पहला संदेश दिया है। उन्होंने koo ऐप पर अपने पहले संदेश में कहा है कि गाजीपुर में मां गंगा की लहरों पर तैरते संदूक में रखी नवजात बालिका गंगा की जीवन-रक्षा करने वाले नाविक ने मानवता का अनुपम उदाहरण प्रस्तुत किया है।
नाविक को आभार स्वरूप सभी पात्र सरकारी योजनाओं से लाभान्वित किया जाएगा। प्रदेश सरकार नवजात बच्ची के लालन-पालन का संपूर्ण प्रबंध करेगी।
योगी के koo ऐप पर आने से एक बात तो साफ हो गई उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी ट्विटर के खिलाफ उनकी नाराजगी है। अब देखना होगा क्या अन्य नेता भी ट्विटर छोड़ नये ऐप पर आते हैं या नहीं।
बता दें कि इससे पहले ट्विटर और केंद्र सरकार के बीच टकराव बढ़ता जा रहा है। इस टकराव के बीच केंद्रीय क़ानून, संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना तकनीक मंत्री रविशंकर प्रसाद ने ट्विटर से कई सवाल पूछे हैं।
केंद्रीय मंत्री प्रसाद ने एक साथ कई ट्वीट कर ट्विटर को निशाने पर लिया है। अपने ट्वीट में रविशंकर प्रसाद ने लिखा है, “26 मई को भारत सरकार की ओर से जारी की गई इन्टरमीडियरी गाइडलाइन का पालन करने में ट्विटर नाकाम रहा है. ट्विटर को कई मौके दिए गए कि वो हमारे नियमों का पालन करे, लेकिन उसने जानबूझकर नहीं मानने का रास्ता चुना।
भारत की सांस्कृतिक विविधता भौगोलिक संरचना के हिसाब से है। कुछ खास मामलों में सोशल मीडिया से फैली चिंगारी भी आग का रूप धारण कर सकती है। खासकर फर्जी खबरों के जरिए। इसी को रोकने के लिए हमने नया नियम बनाया है।”