- बिहार की राजनीति में यूपी के सीएम योगी का भी होगा दखल!
राजेंद्र कुमार
लखनऊ. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का राजनीतिक कौशल अब बिहार की राजनीति में भी दिखाई देगा. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का केंद्रीय नेतृत्व बिहार में नीतीश कुमार और तेजस्वी के खिलाफ योगी आदित्यनाथ का उपयोग करेगा.
पार्टी ने नीतीश कुमार की महागठबंधन सरकार के खिलाफ जनता को गोलबंद करने के लिए यूपी के सीएम की अहम भूमिका तय की है. इसके अनुसार योगी आदित्यनाथ की बिहार के तमाम जिलों में जनसभाएं करके नीतीश सरकार के खिलाफ जनता को गोलबंद करेंगे.
योगी आदित्यनाथ की यह नई भूमिका उनके हालिया बिहार दौरे के दौरान जनता के मिले रुझान का संज्ञान लेते हुए तय की गई है. बीजेपी के सीनियर नेताओं के अनुसार, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हाल ही में छपरा के सिताबदियारा में लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जयंती पर उनकी मूर्ति के अनावरण कार्यक्रम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ शामिल हुए थे.
उक्त कार्यक्रम में सीएम योगी ने लोकनायक जयप्रकाश नारायण को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए बिहार सरकार को आड़े हाथों लिया था. और कहा कि जिन्होंने (नीतीश कुमार – लालू यादव) जेपी और लोहिया जी के नाम पर राजनीति की, उनका चरित्र आपके सामने है. यहीं नहीं खुद को लोकनायक जेपी का शिष्य बताने वालों ने उनकी समाजवादी विचारधारा को ही त्याग दिया है.
जेपी ने संपूर्ण क्रांति की बात कही पर जो आजीवन उनका नाम लेते रहे, जबकि उनके अनुयायी सत्ता के लिए सिद्धांतविहीन हो गए. मार्ग से भटकने वाले ऐसे लोगों को सत्ता से बेदखल करें.
योगी आदित्यनाथ के इस संबोधन को छपरा के लोगों ने बेहद पसंद किया. वैसे भी योगी आदित्यनाथ भाजपा के उन सबसे प्रमुख नेताओं में जिन्हें देशभर में जनता सुनना पसंद करती है.
ऐसे में जिस तरह से छपरा में योगी आदित्यनाथ ने नीतीश सरकार पर हमला बोला और उसे बिहार की जनता का समर्थन मिला, उसे देखते हुए पार्टी नेतृत्व ने यूपी के साथ ही बिहार में भी उनका उपयोग अधिक से अधिक करने का फैसला किया है.
जिसके तहत अब योगी अब अपने भगवा समाजवाद से नीतीश को सत्ता के लिए सिद्धांतविहीन समाजवादी साबित करने में जुटेंगे. इसके लिए बिहार के हर जिले में उनकी एक जनसभा का आयोजन किया जाएगा. पार्टी के सीनियर नेताओं के अनुसार, जल्दी ही बिहार में होने वाली योगी आदित्यनाथ की जनसभाओं का कार्यक्रमों को फ़ाइनल हो जाएगा.