जुबिली न्यूज डेस्क
उत्तर प्रदेश में योगी सरकार आज सुबह 11 बजे अपने कार्यकाल का सबसे अहम और अंतिम पूर्ण बजट पेश करेगी। यह पहला मौका होगा जब बजट पूरी तरह ‘पेपरलेसÓ होगा और इसे केवल डिजिटल प्लेटफॉर्म पर देखा जा सकेगा।
योगी बजट उत्तर प्रदेश सरकार का ‘बजट’ ऐप पर उपलब्ध होगा, जिसे गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकेगा।
उत्तर प्रदेश में अगले साल 2022 में विधानसभा चुनाव होना है। इसलिए इसे चुनावी बजट कहा जा रहा है। जानकारों के मुताबिक योगी सरकार इस बजट में कई लोकलुभावन घोषणाओं के साथ नई योजनाओं का ऐलान कर सकती है।
कहा जा रहा है कि योगी सरकार का पूरा फोकस उन इंफ्रास्ट्रक्चर प्रॉजेक्ट को पूरा करने पर होगा, जिन्हें चुनाव में शोकेस किया जाएगा। साथ ही अधूरे पड़े कई प्रमुख वादों को भी किसी न किसी रूप में शामिल किया जा सकता है।
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विधानसभा में बजट पेश करने से पहले 9:30 बजे कैबिनेट की बैठक का आयोजन किया जाएगा। बैठक में कैबिनेट बजट को मंजूरी देगी। इसके बाद बजट सदन में इसे पेश किया जाएगा।
मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में होने वाली कैबिनेट की बैठक में कई और प्रस्तावों को भी मंजूरी मिल सकती है।
जानकारों के मुताबिक बजट में योगी सरकार का फोकस धार्मिक अजेंडे पर भी होगा। इसमें विशेष तौर पर अयोध्या में विश्वस्तरीय सुविधाओं के साथ एयरपोर्ट के लिए भारी-भरकम रकम का ऐलान हो सकता है। इसके अलावा वाराणसी, मथुरा के लिए भी कई ऐलान भी हो सकते हैं।
इसके अलावा योगी सरकार इंटरमीडिएट पास कुछ विद्यार्थियों के लिए लैपटॉप, प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए मुफ्त कोचिंग और नई छात्रवृत्ति स्कीम लाकर युवाओं को साध सकती है। नई शिक्षा नीति से जुड़ी कई योजनाएं बजट का हिस्सा हो सकती हैं, ऐसा कहा जा रहा है।
ऐसी भी उम्मीद जतायी जा रही है कि बजट में विधायक निधि फिर से बहाल करने का भी ऐलान हो सकता है। कोरोना के बाद इस निधि को कोविड फंड में दे दिया गया था।
दरअसल, चुनावी साल होने के कारण विधायक विकास कार्यों के लिए निधि बहाल करने का दबाव बना रहे हैं।
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कोरोना महामारी के बाद बजट में असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के लिए दुर्घटना और स्वास्थ्य बीमा का ऐलान हो सकता है। योजना के तहत श्रमिकों के इलाज के लिए 5 लाख रुपये का बीमा कवर देने की तैयारी है। इससे 1.50 करोड़ श्रमिक लाभान्वित होंगे।
जानकारी के मुताबिक, गंगा एक्सप्रेस-वे के लिए भी बड़ी धनराशि के साथ निर्माणाधीन एक्सप्रेस-वे को चुनावों से पहले पूरा करने के लिए रकम का आवंटन हो सकता है। वहीं, डिफेंस कॉरिडोर के लिए भी बड़े ऐलान के साथ गोरखपुर और वाराणसी को लाइट मेट्रो मिल सकती है।
फिलहाल यह यूपी के इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा बजट हो सकता है। इसका आकार 5.25 लाख करोड़ से 5.75 लाख करोड़ रुपये के बीच हो सकता है।
मौजूदा वित्तीय वर्ष का बजट 5,12860 करोड़ रुपये का लाया गया था। बजट में पंचायत चुनाव की तैयारियों के लिए जरूरी धनराशि की घोषणा की जा सकती है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ यूपी में बीजेपी सरकार के ऐसे पहले मुख्यमंत्री हैं जो लगातार पांचवां बजट पेश करेंगे। राज्य में अगले साल विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। लिहाजा अंदाजा लगाया जा रहा है कि चुनावी वादें समेटे यह बजट युवाओं, किसानों और महिलाओं पर केंद्रित होगा।
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