प्रमुख संवाददाता
लखनऊ. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना अस्पतालों में 52 हज़ार बेड बढ़ाने का आदेश दिया है. कोरोना अस्पताल की तीनों श्रेणियों के लिए अलग-अलग व्यवस्थाएं करने का आदेश दिया है. कोरोना के गंभीर मरीजों के लिए 7 हज़ार बेड की व्यवस्था की जायेगी. इस बेड के साथ वेंटीलेटर की व्यवस्था होगी. कोरोना संक्रमित जों बहुत ज्यादा गंभीर नहीं हैं उनके लिए 15 हज़ार बेड होंगे और हर बेड के साथ आक्सीजन की व्यवस्था रहेगी. कोरोना के सामान्य मरीजों के लिए 30 हज़ार अतिरिक्त बेड की व्यवस्था सरकार करने जा रही है.
अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने बताया कि सामुदायिक रसोई में भोजन तैयार करने के लिए महिलाओं के स्वयं सहायता समूहों की मदद ली जायेगी. इसके साथ ही स्वास्थ्य कर्मियों और सफाई कर्मियों को मजबूती देने के लिए योगी सरकार एपेडेमिक एक्ट (1897) में संशोधन करने के लिए अध्यादेश लायेगी.
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि उत्तर प्रदेश के 60 जिलों में अब तक कोरोना के 2115 मामले सामने आ चुके हैं. इनमें से 417 मरीज़ स्वस्थ होकर अपने घरों को जा चुके हैं. इसके अलावा 36 लोगों को डॉक्टरों की तमाम कोशिशों के बावजूद बचाया नहीं जा सका.
उन्होंने कहा कि राज्य के हर व्यक्ति का कोरोना टेस्ट किया जाना ज़रूरी नहीं है लेकिन जिसमें लक्षण दिखाई देगा उसकी जांच ज़रूरी है. प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने बताया कि राज्य की 10 प्रयोगशालाओं में 332 टेस्ट किये गए जिनमें 15 को पॉजिटिव पाया गया.