न्यूज़ डेस्क
लखनऊ। कोरोना वायरस का संक्रमण देश में तेजी से अपना पांव पसारता जा रहा है। लिहाजा लागू देशव्यापी लॉकडाउन का तीसरा चरण चल रहा है। काम-धंधा बंद होने की वजह से आर्थिक मंदी ने भी अपना मुंह बा दिया है।
ऐसे उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार व्यवस्था को सुधारने व मजबूत करने में लगी है। इनका प्रयास सभी का संकट दूर करने का है। इसलिए योगी सरकार अब हर पटरी दुकानदार को शर्तों पर अपना व्यवसाय फिर से शुरू करने के लिए 10 हजार रुपया देगी, जिससे वह आत्मनिर्भर बनें।
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मुख़्यमंत्री ने शुक्रवार को टीम-11 के साथ कोरोना वायरस संक्रमण की समीक्षा करने के साथ ही आगे की योजना तैयार की। इस दौरान उन्होंने हर विभाग को काम में तेजी लाने का निर्देश भी दिया।
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प्रदेश सरकार का मानना है कि कोरोना वायरस संक्रमण के नाते हुए लॉकडाउन की सर्वाधिक मार रेहड़ी, ठेला, खोमचा या पटरी के किनारे अन्य कारोबार करने वालों पर ही पड़ा है। इसलिए जो भी पटरी व्यवसायी चाहेगा सरकार उसे उदार शर्तों पर 10 हजार तक का लोन उपलब्ध कराएगी।
सरकार अब तक के लॉकडाउन के दौरान करीब 8.41 लाख पटरी व्यवसायियों को भरण- पोषण भत्ते के रूप में 1000 रूपये और खाद्यान्न उपलब्ध करा चुकी है। ऐसे में सरकार के पास एक डाटा तैयार है।
हालांकि पटरी दुकानदार एसोसिएशन के अध्यक्ष गोकुल प्रसाद का कहना है यदि सरकार ने ये फैसला किया है तो हम इसका स्वागत करते है, लेकिन हमारी लंबित मांगों पर भी विचार होना जरुरी है। साथ ही पटरी दुकानों को भी अपना रोजगार शुरू करने का आदेश देना जरुरी है।
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