न्यूज डेस्क
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने 19 मार्च को सत्ता पर काबिज होने के तीन साल पूरे कल लिए। इन तीन वर्षों में बीजेपी सरकार के सामने कई उतार चढ़ाव आए। कई अपराधियों के एनकाउंटर भी हुए तो बड़ी घटनाओं ने योगी सरकार के होश भी उड़ाकर रख दिए। सीएए विरोधी हिंसा, उसके बाद के क़ानूनी दांव-पेच और फिर कोरोना संकट की आपा-धापी के बीच योगी आदित्यनाथ ने अपना रिपोर्ट कार्ड पेश किया और अपनी सरकार द्वारा किए कार्यो को जनता के बीच रखा।
हमेशा अपने फैसलों के वजह से चर्चा में रहने वाले योगी सरकार ने एक रिकॉर्ड यह भी बनाया कि योगी आदित्यनाथ बीजेपी के ऐसे पहले मुख्यमंत्री बन गए, जिन्होंने तीन साल का कार्यकाल पूरा किया। योगी आदित्यनाथ ने इन तीन सालों में अपनी सरकार की तारीफ़ करते हुए कहा कि उन्होंने न सिर्फ़ हर क्षेत्र में सफलता के झंडे गाड़े बल्कि तमाम चुनौतियों को भी अवसर में बदला।
हालांकि विपक्षी दल और कुछ राजनीतिक पर्यवेक्षक ऐसी तमाम उपलब्धियों पर सवाल भी खड़े कर रहे हैं। योगी आदित्यनाथ भले ही उपलब्धियों के लंबे चौड़े दावे कर रहे हों लेकिन ऐसी कई चुनौतियां बनी हुई हैं, जिन पर भारतीय जनता पार्टी पिछली सरकारों को घेरा करती थी और ख़ुद सरकार में आने पर उसने इन्हें दूर करने का वादा किया था।
तीन साल पूरे अलग-अलग मोर्चों पर योगी सरकार कितनी फेल और कितनी पास रही है इस बात को लेकर कांग्रेस ने योगी सरकार का आंकड़ों सहित रिपोर्ट कार्ड पेश किया है। इस रिपोर्ट कार्ड के जरिए कांग्रेस ने योगी सरकार पर करारा प्रहार किया है।
कांग्रेस ने http://yogijikareportcard.com/ के नाम से वेबसाइट जारी कर प्रदेश की खराब कानून व्यवस्था और बेरोजगारी का जिक्र किया है। तो वहीं किसानों और महिला सुरक्षा की बात भी उठाई है। कांग्रेस ने बीजेपी सरकार पर आरोप लगाया है कि संकल्प पत्र में चुनाव के दौरान बीजेपी ने जो वादे किए थे उसे योगी सरकार आज तक नहीं पूरे कर पाई है।
इससे पहले उत्तर प्रदेश सरकार के तीन साल पूरे होने पर योगी सरकार द्वारा बुधवार को सरकार के 3 साल के कामकाज का रिपोर्ट कार्ड पेश किया गया। इस रिपोर्ट कार्ड में जहां सरकार ने अपनी उपलब्धियां गिनाईं हैं। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस ने इस रिपोर्ट कार्ड को झूठा बताते हुए तंज कसा है। पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने योगी सरकार द्वारा पेश किए गए रिपोर्ट को झूठ से भरा हुआ बताया हैं। उन्होंने कहा कि ‘सरकार का तीन साल का रिपोर्ट कार्ड झूठ से भरा पड़ा है।’