न्यूज डेस्क
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार भ्रष्टाचार करने वालों के खिलाफ सख्त रवैया अपनाए हुए है। हाल ही में योगी आदित्यनाथ ने बदायूं जिले में भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है। बदायूं में सरकार ने करीब दस तहसीलदार और तीन मुख्य कोषागारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए उन्हें निलंबित कर दिया।
सीएम ने बदायूं कोषागार में कार्यरत तीन वरिष्ठ कोषाधिकारियों को पांच करोड़ रुपए के गबन के आरोप में निलंबित कर दिया है। साथ ही जांच के आदेश भी दे दिए हैं। इसके अलावा इसी मामले में ही तहसीलदार स्तर के 10 अधिकारियों को भी निलंबित किया गया है। उनके खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए गए हैं।
बीमा कंपनी भी जांच के घेरे में
यही नहीं सीएम ने मुख्यमंत्री सर्वहित किसान बीमा योजना का क्लेम देने में बीमा कंपनी की शिकायत को भी गंभीरता से लिया है। और इसके खिलाफ भी सीएम ने जांच के आदेश दिए हैं। बाराबंकी में बड़ी संख्या में किसानों को बीमा क्लेम देने में आनाकानी की शिकायतें आ रही थीं। इसके बाद सीएम ने यह आदेश जारी किया है।
गंगा नदी पर सेतु के लिए जारी की राशि
वहीं, सीएम ने जनपद कासगंज के अलीपुर बड़वारा एवं सहसवान (बदायूं) के मध्य गंगा नदी पर सेतु के पहुंच मार्ग एवं सुरक्षात्मक कार्य निर्माण के लिए 174.97 करोड़ रुपए जारी करने के आदेश भी दिया हैं। इसके सेतु निर्माण से क्षेत्रीय जनता को आवगमन में सुविधा मिलेगी।
साथ ही जनपद बस्ती कलेक्ट्रेट के अनावासीय भवनों के निर्माण कार्य के लिए प्रायोजना की सम्पूर्ण पुनरीक्षित लागत 16 करोड़ रुपए पर प्रशासकीय एवं वित्तीय अनुमोदन प्रदान करते हुए 6.56 करोड़ रुपए अवमुक्त करने के आदेश दिए हैं।