जुबिली न्यूज़ डेस्क
लखनऊ। दिवाली के पर्व को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य कर्मचारियों के लिए पोटली खोल दी है। मुख्यमंत्री ने आज बोनस को मंजूरी देकर प्रदेश के 14,82,187 कर्मचारियों को सीधे तौर पर फायदा पहुंचने का फैसला किया है। इससे राजकीय कोष पर ₹1022.75 करोड़ का व्यय भार आएगा।
कोविड-19 के बीच बदली परिस्थितियों में दिवाली पर बोनस मिलने को लेकर कर्मचारियों में असमंजस की स्थिति थी, लेकिन मुख्यमंत्री ने कर्मचारियों के हितों को देखते हुए दिवाली पर बोनस देने का फैसला किया है।
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CM श्री @myogiadityanath जी ने अराजपत्रित राज्य कर्मचारियों, राज्य वित्त पोषित शिक्षण संस्थाओं, स्थानीय निकायों व जिला पंचायत के कर्मचारियों और दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को वर्ष 2019-20 के लिए नियमानुसार बोनस की सुविधा प्रदान करने का सहर्ष आदेश दिया है।@spgoyal @sanjaychapps1 pic.twitter.com/RknWuWLAUd
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) November 5, 2020
मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार प्रदेश के समस्त अराजपत्रित राज्य कर्मचारियों, राजकीय विभागों के कार्य प्रभारित कर्मचारियों, राज्य वित्त पोषित शिक्षण संस्थाओं, स्थानीय निकायों व जिला पंचायत के कर्मचारियों तथा दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को दिवाली पर बोनस मिलेगा।
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गत वर्ष की भांति बोनस की 75 प्रतिशत धनराशि भविष्य निधि खाते में जमा की जाएगी, जबकि 25 प्रतिशत धनराशि का नकद भुगतान किया जाएगा। जो कर्मचारी भविष्य निधि खाते के सदस्य नहीं है, उन्हें धनराशि का आहरण कर उससे एनएससी प्रदान की जाएगी अथवा सम्बन्धित धनराशि पीपीएफ खाते में जमा की जाएगी।
जो कर्मचारी अधिवर्षता की आयु पर 31 मार्च 2020 के बाद सेवानिवृत्त हो चुके हैं, अथवा 30 अप्रैल 2021 तक सेवानिवृत्त होने वाले हैं, उनको अनुमन्य तदर्थ बोनस की सम्पूर्ण धनराशि का नकद भुगतान किया जाएगा। बोनस के भुगतान की गणना के लिये मासिक परिलब्धियों की अधिकतम सीमा ₹7000 होगी।
दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों के मामले में बोनस के आगणन हेतु मासिक परिलब्धियां ₹1200 प्रतिमाह मानी जाएगी। बता दें कि प्रदेश में 8,80,187 अराजपत्रित राज्य कर्मचारी, 6,000,00 राज्य वित्त पोषित शिक्षण संस्थाओं के शिक्षक व तथा 2000 दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी इस दायरे में आते हैं।
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