जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
लखनऊ. उत्तर प्रदेश की सत्ता में दोबारा काबिज़ होने के बाद योगी आदित्यनाथ की सरकार अपने महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट डिफेन्स कारीडोर को पूरा करने में जुट गई है. केन्द्र सरकार ने तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश में डिफेन्स कारीडोर बनाने का फैसला किया था. इस फैसले के बाद उत्तर प्रदेश के आगरा, अलीगढ़, झांसी, चित्रकूट, लखनऊ और कानपुर में डिफेन्स कारीडोर के नोड्स बनाए जा रहे हैं.
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने डिफेन्स कारीडोर में चार हज़ार करोड़ रुपये के निवेश के लिए 74 समझौता ज्ञापनों पर दस्तखत किये हैं. 1250 करोड़ रुपये के निश्चित निवेश के साथ अलीगढ़ नोड में 22 कम्पनियों को 74 हेक्टेयर ज़मीनें भी आवंटित कर दी हैं.
15 मार्च को आईआईटी कानपुर और आईआईटी बीएचयू के बीच भी सरकार ने समझौता ज्ञापन के विस्तार पर दस्तखत किये. इससे डिफेन्स कारीडोर प्रोजेक्ट में निवेश बढ़ाने के लिए नालेज पार्टनर के रूप में मदद मिलेगी. झांसी में रक्षा निर्माण इकाइयों के लिए ज़मीन आवंटित की जा चुकी है. लखनऊ में ब्रह्मोस एयरोस्पेस यूनिट की आधारशिला रखी जा चुकी है. डिफेन्स कारीडोर में अलीगढ़ सबसे छोटा कारीडोर होगा, जिसके लिए 77 हेक्टेयर ज़मीन की व्यवस्था की गई है जबकि झांसी में 1000 हेक्टेयर ज़मीन चिन्हित की जा चुकी है. इसके अलावा कानपुर में 203 हेक्टेयर, चित्रकूट और लखनऊ में 100-100 हेक्टेयर ज़मीन दी जा चुकी है.
जिन स्थानों पर ज़मीन दी जा चुकी है वहां पर चहारदीवारी, सड़क, बिजली और पानी की व्यवस्था कर बुनियादी ढांचा मज़बूत किया जा रहा है. डिफेन्स कारीडोर में पर्यावरणीय संतुलन पर ख़ास ध्यान दिया जा रहा है.
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