न्यूज़ डेस्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि देश में लॉक डाउन समाप्त होने की तिथि 3 मई नजदीक आ गयी है। ऐसे में कुछ राज्यों ने लॉकडाउन बढ़ाने का फैसला कर लिया और कई राज्य असमंजस में हैं। जिसमें यूपी का नाम सबसे ऊपर क्यों बताया जा रहा है, जबकि मुख्यमंत्री योगी पहले ही केंद्र के साथ जाने का फैसला कर चुके है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले ही प्रदेश के मुख्यमंत्रियों को निर्देशित कर चुके हैं कि अपने- अपने प्रदेश के हालात पर चर्चा करके आगे की कार्य योजना के बारे में उन्हें अवगत कराया जाए।
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उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रशासनिक अधिकारियों के साथ- साथ मंत्रियों के साथ भी लॉकडाउन को लेकर चर्चा कर चुके हैं। इस चर्चा में सरकार के कुछ मंत्री लॉकडाउन खोलने के पक्ष में हैं तो कुछ आगे बढ़ाए जाने के पक्ष में। यूपी में लॉकडाउन को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है।
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लखनऊ के लोकभवन में आयोजित बैठक में योगी आदित्यनाथ ने पहले तो मंत्रियों से उनके प्रभार वाले जिले, गृह जिले व विभाग से संबंधित जानकारी ली। इसके बाद 4 मई से लॉकडाउन खोलने या न खोलने के संबंध में सुझाव मांगे।
मंत्रियों में ज्यादातर ने यह बात कही कि लॉकडाउन बढ़ाया जाना चाहिए लेकिन, एक साथ एक माह या 15 दिन की अवधि बढ़ाने का निर्णय न हो। समय- समय पर हालात की समीक्षा होती रहे और जरूरत के अनुसार एक सप्ताह या जो भी तय हो, उसके आधार पर लॉकडाउन बढ़ाया जाए।
वही स्वतंत्र प्रभार वाले मंत्रियों ने बैठक में चरणबद्ध तरीके से लॉकडाउन खोले जाने की बात कहीं और सुझाव दिया कि ग्रीन जोन को पहले खोल दिया जाए। इसके बाद फिर जैसे- जैसे ऑरेंज जोन और रेड जोन की स्थिति सुधरती जाए, वहां से लॉकडाउन की पाबंदी हटती जाए। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जल्द लॉकडाउन खोलने को लेकर अपना प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजना है।
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