न्यूज़ डेस्क
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में राज्यमंत्री रघुराज राज सिंह को बेतुकी बयानबाजी करना महंगा पड़ गया। पार्टी की तरफ से उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया गया है। साथ ही कहा गया कि वो बताएं कि उन्हें क्यों पार्टी से बाहर न किया जाए। दरअसल राज्यमंत्री ने मुस्लिम महिलाओं के बुर्का पहनने पर बैन की मांग की थी।
यूपी बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने रघुराज सिंह को उनकी बुर्का पर टिप्पणी के लिए निंदा की है और इसे पार्टी के सिद्धांतों और विचारधारा के खिलाफ बताया। उन्होंने कहा कि महिलाओं का सम्मान उनकी जाति और धर्म से ऊपर है। पार्टी में इस तरह की अनुशासनहीनता और गैर-जिम्मेदाराना बयानबाजी बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
उन्होंने कहा, महिला चाहे हिंदू हो या मुस्लिम या किसी जाति या समुदाय से हो उनकी मर्यादा के प्रतिकूल कोई भी टिप्पणी स्वीकार नहीं है और न ही उसे बर्दाश्त किया जा सकता है।
यह पार्टी के विचारधारा के खिलाफ
यूपी बीजेपी प्रवक्ता डॉक्टर चन्द्रमोहन ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि, हमारी पार्टी ‘सबका साथ, सबका विकास’ में विश्वास करती है।महिलाओं के खिलाफ इस तरह की टिप्पणी को कभी भी बर्दाश्त नहीं की जा सकती है। बीजेपी, अपने नागरिकों को सशक्त बनाने और उनका सम्मान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा कि इसके लिए कोई भी व्यक्ति जो पार्टी की विचारधारा के खिलाफ काम कर रहा है उसे कड़ी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। बुर्का पर देश भर में बैन की मांग करने वाली टिप्पणी पार्टी नेतृत्व के लिए बहुत बड़ी शर्मिदगी की बात थी।
क्या था मामला
गौरतलब है कि रघुराज सिंह ने कहा था कि देश में बुर्के पर बैन लगना चाहिए जैसे दूसरे कई देशों में है। उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि बुर्का श्रीलंका, चीन, अमेरिका और कनाडा में इस्तेमाल नहीं होता।
इसे हमारे देश में भी बैन होना चाहिए, ताकि आतंकवादी इसका फायदा ना उठा सकें। शाहीन बाग में भी लोग बुर्का पहनकर बैठे हैं। बुर्का आतंकवादियों, चोरों और असामाजिक तत्वों को छिपने में मदद करता है, इसलिए इस पर बैन लगना चाहिए।