- लोहिया चिकित्सा आयुर्विज्ञान संस्थान लखनऊ में 1.59 करोड़ से खरीदी जाएंगी 40 बाइपैप मशीनें
- मल्टीपैरा मॉनिटर और 50 टेबल टॉप पल्स ऑक्सिमीटर की खरीद के लिए गोरखपुर मेडिकल कॉलेज को मिले 1.27 करोड़ से अधिक
- मेडिकल कॉलेज प्रयागराज में 100 पैरा मॉनिटर समेत खरीदे जाएंगे कई अन्य महत्वपूर्ण उपकरण, मिले 1.30 करोड़
जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर कोरोना महामारी की आपात परिस्थितियों को देखते हुए युद्ध स्तर पर सरकारी अस्पतालों, मेडिकल कॉलेजों और संस्थानों में कोरोना संक्रमितों के इलाज के लिए नई मशीनों से लैस किया जा रहा है।
राम मनोहर लोहिया चिकित्सा आयुर्विज्ञान संस्थान लखनऊ, मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज प्रयागराज और बीआरडी मेडिकल कॉलेज गोरखपुर के डेडिकेटेड कोविड अस्पताल को चार करोड़ 16 लाख 76 हजार रुपए जारी किए गए हैं।
योगी सरकार से मिली इस धनराशि से आरएमएल लखनऊ, मेडिकल कॉलेज प्रयागराज और गोरखपुर में चिकित्सकीय संसाधन और सुदृढ होंगे और अधिक से अधिक कोविड संक्रमितों को संजीवनी मिलेगी।
ये भी पढ़े: लांसेट की इस भविष्यवाणी से भारत की चिंता बढ़ी
ये भी पढ़े: पश्चिम बंगाल: कोरोना के चलते EC सख्त, लिया बड़ा फैसला
कोविड संक्रमितों के बेहतर इलाज के लिए बाइपैप मशीनें, डिफाइब्रीलेटर, मल्टीपैरा मॉनिटर, टेबल टॉप पल्स ऑक्सिमीटर, एबीजी मशीन, ईसीजी मॉनिटर, सक्शन मशीनों की आवश्यकता अधिक होती है। सरकार की ओर से दिए गए रकम से इन मशीनों की खरीदारी की जाएगी।
कोविड मरीजों के समुचित इलाज के लिए आरएमएल आयुर्विज्ञान संस्थान लखनऊ को एक करोड़ 59 लाख चार हजार की धनराशि जारी की गई है। इससे 40 बाइपैप मशीनों की अतिरिक्त्त उपलब्धता सुनिश्चित होगी।
मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज प्रयागराज को एक करोड़ 30 लाख 29 हजार रुपए जारी किए गए हैं। इसमें से 77 लाख 28 हजार से 100 पैरा मॉनिटर, 14 लाख 56 हजार से दो एबीजी मशीनें, चार लाख 73 हजार रुपए से पांच ईसीजी मॉनिटर, 25 लाख 76 हजार से दो डिफाइब्रीलेटर और सात लाख 96 हजार से नौ सक्शन मशीनें खरीदी जाएंगी।
ये भी पढ़े: कोरोना काल में LIC कर्मचारियों को मिली खुशखबरी, सैलरी में इजाफा और …
ये भी पढ़े: कुंभ में जुटे संत समाज से पीएम मोदी ने क्या अपील की?
गोरखपुर में कोरोना मरीजों के इलाज के लिए कोरोना महामारी के पहले ही चरण में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर बीआरडी मेडिकल कॉलेज के 500 बेड वाले बाल चिकित्सा संस्थान को 300 बेड के डेडिकेटेड कोविड अस्पताल के रूप में तब्दील कर दिया गया था।
बीआरडी मेडिकल कॉलेज के डेडिकेटेड कोविड अस्पताल के लिए योगी सरकार ने 1.27 करोड़ रुपए से अधिक की जो धनराशि जारी की है, उसमें से 77 लाख 50 हजार रुपये से 50 मल्टीपैरा मॉनिटर (हाई एन्ड) तथा 49 लाख 92 हजार 500 रुपये से 50 टेबल टॉप पल्स ऑक्सिमीटर का क्रय किया जाएगा।
पल्स रेट गिरते ही अलार्म बजा देगा नया उपकरण
मल्टीपैरा मॉनिटर (हाई एन्ड) कोरोना संक्रमित गम्भीर मरीजों के इलाज में काफी कारगर है। यह ऐसा उपकरण है जिसमें बीपी, ईसीजी आदि की तो लगातार मॉनिटरिंग होगी ही, मरीज का पल्स रेट गिरते ही या सांस लेने में तकलीफ होने पर अलार्म बज उठेगा।
ये भी पढ़े: कोरोना : रेमेडिसविर इंजेक्शन के दामों को लेकर सरकार ने लिया ये फैसला
इससे नर्स और चिकित्सक को तुरंत ही सूचना मिल जाएगी और मरीज के इलाज में वांछित अन्य इंतज़ाम हो सकेंगे। कोविड मरीजों के इलाज में ऑक्सीजन स्तर की नियमित मॉनिटरिंग अपरिहार्य है।
मेडिकल कॉलेज के डेडिकेटेड कोविड अस्पताल में 50 मल्टीपैरा मॉनिटर और 50 टेबल टॉप पल्स ऑक्सिमीटर उपलब्ध हो जाने से यहां इलाज की अतिरिक्त सुविधा उपलब्ध हो जाएगी।