जुबिली न्यूज डेस्क
यूपी में धर्मांतरण रैकेट के खुलासे पर सीएम योगी नेसख्त रुख अपनाया है। योगी ने दोषियों पर एनएसए के तहत एक्शन लेने को कहा है, साथ ही संपत्ति जब्त करने का भी आदेश दिया गया है।
उत्तर प्रदेश के नोएडा में धर्मांतरण को लेकर हुए खुलासे के बाद राज्य सरकार ने सख्त रुख अपना लिया है। सीएम योगी ने निर्देश दिया है कि एजेंसियां इस मामले की तह में जाएं, जो भी इसमें शामिल हैं उन पर कड़ा एक्शन लिया जाए।
इतना ही नहीं, सीएम ने आदेश दिया है कि दोषियों पर नेशनल सिक्युरिटी एक्ट (NSA) लगाया जाए, साथ ही गैंगस्टर एक्ट के तहत एक्शन लिया जाए। जो भी धर्मांतरण मामले में आरोपी हैं उनकी संपत्ति जब्त करने का भी निर्देश दिया गया है।
क्या है पूरा मामला ?
मालूम हो कि हाल ही में उत्तर प्रदेश के नोएडा में एक धर्मांतरण रैकेट का भांडाफोड़ हुआ है। नोएडा पुलिस को लंबे समय से इसकी शिकायत मिल रही थी, जिसके बाद एटीएस की मदद से इस मामले में एक्शन लिया गया।
यूपी एटीएस ने इस मामले में आरोपी मोहम्मद उमर गौतम और मुफ्ती काजी जहांगीर कासमी को गिरफ्तार किया।
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पुलिस सूत्रों को इस मामले में विदेशी फंडिंग और कई लोगों के शामिल होने की जानकारी मिली है। पुलिस के अनुसार ये लोग मूक-बाधिर बच्चों को धर्मांतरण का शिकार बनाते थे, साथ महिलाओं को भी लालच देकर धर्मांतरण करवाया जाता था।
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मालूम हो कि अब धर्मांतरण के मामले में गिरफ्तार मुफ्ती काजी जहांगीर आलम कासमी और मोहम्मद उमर गौतम की कस्टडी रिमांड पर अदालत में मंगलवार को सुनवाई होगी।
सोमवार को दोनों को कड़ी सुरक्षा के बीच लखनऊ में अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट सत्यवीर सिंह की कोर्ट में पेश किया गया था। अदालत ने दोनों को न्यायिक अभिरक्षा में तीन जुलाई तक के लिए जेल भेज दिया था, पुलिस कस्टडी रिमांड के लिए एटीएस के विवेचक के प्रार्थना पत्र पर अदालत सुनवाई करेगी।
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