जुबिली न्यूज डेस्क
गाजियाबाद के मुरादनगर में श्मशान में हुए हादसे के बाद यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ एक्शन में आ गए हैं। CM योगी ने इंजीनियर और ठेकेदार पर रासुका लगाने का आदेश दिया है। साथ ही पूरे नुकसान की वसूली दोषी इंजीनियर और ठेकेदार से करने के भी दिए निर्देश दिए गए हैं। ठेकेदार को ब्लैक लिस्ट में डाल दिया गया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डीएम और कमिश्नर को नोटिस जारी करके पूछा कि जब सितंबर में ही 50 लाख से ऊपर के निर्माण कार्यों का भौतिक सत्यापन करने का स्पष्ट निर्देश दिया गया तो चूक क्यों हुई। इसके साथ ही मृ्तक परिवारों को दस-दस लाख की आर्थिक सहायता और इनमें आवासहीन परिवारों को आवासीय सुविधा मुहैया करने के भी निर्देश दिए गए हैं।
वहीं मामले का मुख्य आरोपी अजय त्यागी को गिरफ्तार कर लिया गया है। हादसे के बाद से अजय त्यागी फरार था। गाजियाबाद पुलिस ने आरोपी अजय त्यागी पर 25 हजार रुपये का ईनाम घोषित किया था।
बता दें कि बता दें कि रविवार को मुरादनगर में श्मशान की छत गिरने के कारण 25 लोगों की मौत हो गई थी। पुलिस के मुताबिक गाजियाबाद के थाना मुरादनगर क्षेत्र के उखलारसी गांव में एक व्यक्ति की मृत्यु हो जाने पर परिजन और सगे संबंधी मृत व्यक्ति को दाह संस्कार के लिए श्मशान घाट लेकर पहुंचे थे। परिजन मृत व्यक्ति का अंतिम संस्कार कर ही रहे थे तभी श्मशान घाट की छत भरभरा कर गिर गई।
इस मामले में ठेकेदार, नगरपालिका की कार्यपालन अधिकारी समेत कई लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी। इस मामले में ईओ, इंजीनियर और सुपरवाइजर को गिरफ्तार कर लिया गया था, जबकि ठेकेदार फरार चल रहा था। आरोपी ठेकेदार अजय त्यागी को सोमवार देर रात गिरफ्तार किया गया।
इस केस में मुरादनगर नगरपालिका की कार्यपालन अधिकारी निहारिका सिंह, जेई चंद्रपाल, सुपरवाइजर आशीष, ठेकेदार अजय त्यागी और अन्य अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया गया था। इनके खिलाफ धारा 304, 337, 338, 427, 409 के तहत मुरादनगर थाने में मुकदमा दर्ज हुआ है।
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पुलिस ने अपनी जांच में श्मशान घाट में छत बनाने वाले ठेकेदार, नगरपालिका के इंजीनियर और अफसरों को लापरवाह पाया था। हादसे के बाद की तस्वीरें और चश्मदीदों के बयानों से पता चलता है कि श्मशान घाट में लोगों को पानी और धूप से बचाने वाली छत मौत का कारण बन गई।