जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
लखनऊ. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने कार्यकाल के आख़िरी विधानसभा सत्र में अपनी सरकार की उपलब्धियां तो गिनाई हीं साथ ही यह भी बताया कि उन्होंने पिछले पांच साल में पिछली सरकारों से कितना ज्यादा और कितना अलग काम किया. उन्होंने यह भी बताया कि उनकी सरकार ने पिछले पांच साल में कितनी योजनायें शुरू कीं. योगी सरकार ने सूबे के किसानों के लिए क्या-क्या किया यह भी बताया.
विधानसभा सत्र के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि उनकी सरकार ने 17 ऐसी परियोजनाएं पूरी की हैं जो दशकों से अटकी पड़ी थीं, अब इन परियोजनाओं का लाभ किसानों को मिल रहा है. मुख्यमंत्री ने अपनी उपलब्धियां बताते वक्त अखिलेश यादव की सरकार (2012 से 2017) और अपनी सरकार (2017 से 2021) की उपलब्धियों की तुलना को पेश करते हुए कहा कि आंकड़े गवाही देंगे कि किसने क्या किया.
अपनी उपलब्धियां गिनाते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सरयू नहर परियोजना से बहराइच, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, गोरखपुर, महाराजगंज, बस्ती, संतकबीरनगर और सिद्धार्थनगर के किसानों को फायदा होगा. इसी तरह से अर्जुन सहायक परियोजना से हमीरपुर, बांदा और महोबा तथा बाणसागर परियोजना से मीरजापुर और प्रयागराज के किसानों को फायदा मिल रहा है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उनकी सरकार ने किसानों को जो फायदा पहुंचाया उसका नतीजा उनकी उपज में देखने को मिल रहा है. पिछली सरकार के कार्यकाल की उपज से उनकी सरकार की उपज का तुलनात्मक अध्ययन कर लिया जाए तो सच्चाई अपने आप सामने आ जायेगी. उन्होंने कहा कि पिछली सरकार के कार्यकाल में धान का उत्पादन 144 लाख मीट्रिक टन हुआ था जो हमारे कार्यकाल में बढ़कर 171 लाख मीट्रिक टन हो गया है. इसी तरह से दलहन का उत्पादन 2012 से 2017 के बीच 74 लाख मीट्रिक टन था जो 2017 से 2021 के बीच बढ़कर 95 लाख 90 हज़ार मीट्रिक टन हो गया.
गेहूं उत्पादन की चर्चा करते हुए उन्होंने बताया कि 2012 से 2017 के बीच गेहूं उत्पादन 349 लाख मीट्रिक टन हुआ था जबकि 2017 से 2021 के बीच गेहूं का उत्पादन 375 लाख मीट्रिक टन हो गया. पिछली सरकार में तिलहन का उत्पादन 41.76 लाख मीट्रिक टन था जो हमारी सरकार में बढ़कर 69.67 लाख मीट्रिक टन हो गया.
सीएम योगी ने बताया कि हमारी सरकार ने पिछली सरकार की तुलना में किसानों से काफी अधिक मात्रा में फसल की खरीद की है.बात आंकड़ों की करें तो पिछली सरकार ने किसानों से 123 लाख मीट्रिक टन धान खरीदा था. हमारी सरकार ने 244 लाख मीट्रिक टन धान खरीदा. पिछली सरकार ने 94 लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीदा था. हमारी सरकार ने 210 लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीदा. पिछली सरकार में 90 हज़ार करोड़ रुपये गन्ना मूल्य का भुगतान किया गया था. हमारी सरकार ने एक लाख 48 हज़ार करोड़ रुपये गन्ना मूल्य का भुगतान किया. पिछली सरकार में 14 लाख 87 हज़ार किसान लाभान्वित हुए थे हमारी सरकार में 19 लाख दो हज़ार किसान लाभान्वित हुए.
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