जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। भारत में लगातार कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। आलम तो यह है कि भारत में कोरोना वायरस के मामले 60 लाख पार कर गए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी किये गये आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटे में देश में कोरोना के 82 हजार 170 नए मामले सामने आए, जबकि 1,039 लोगों की मौत हो गई। इसके बाद कुल मामले बढ़कर 60 लाख 74 हजार 703 हो गए हैं। बात अगर उत्तर प्रदेश की जाये तो यहां पर कोरोना और खतरनाक हो गया है। उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण के 4,412 नए मरीज सामने आये हैं। इन्हें मिलाकर प्रदेश में कोरोना वायरस से संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 3 लाख 82 हजार 835 पहुंच गयी है।
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इस वजह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी भी परेशान नजर आ रहे हैं और कोरोना को रोकने के लिए कड़े उठाते नजर आ रहे हैं। मुख्यमंत्री ने सोमवार को अपने सरकारी आवास पर हुई एक उच्चस्तरीय बैठक में अनलॉक को लेकर समीक्षा की और कोरोना को कैसे रोका जाये इसको लेकर नई रणनीति बनाने की बात कही है।
लखनऊ, कानपुर, और मेरठ में कोरोना कम नहीं हुआ है इसको लेकर योगी बैठक में चर्चा की और कहा कि टेस्टिंग और सर्विलांस जितना सुदृढ़ होगा, कोरोना के प्रसार को रोकने में उतनी ही अधिक सफलता मिलेगी।
सीएम ने अनलॉक की समीझा करने के बाद कहा कि मुख्य सचिव को निर्देश दिए कि माइक्रो कन्टेनमेन्ट जोन, टेस्टिंग और सर्विलांस आदि के सम्बन्ध में निरन्तर फीडबैक लेते हुए उचित कार्यवाई करें।’
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मुख्यमंत्री ने कहा कि जब तक कोरोना की कोई वैक्सीन नहीं आती, तब तक सतर्कता व बचाव ही एक मात्र उपाय है। हालांकि योगी ने इस बात को माना है कि यूपी में कोरोना संक्रमण की दर को नियंत्रित जरूर हुई है। इसके पीछे सरकार ने कहा किकोविड-19 के प्रति अपनाई गई रणनीति कारगर रही है। इस वजह से कोरोना को रोका जा सका है। योगी चाहते हैं कि टेस्टिंग को लेकर फोकस्ड किया जाये और कोविड बेड्स की संख्या बढ़ायी जाये।
बैठक में सीएम ने उठाया ये कदम
- आगामी त्यौहारों के दृष्टिगत कोविड-19 के सम्बन्ध में पूरी सतर्कता व बचाव के उपाय अपनाते हुए कार्य संचालित करने की बात कही।
- कोविड हेल्प डेस्क सभी अस्पतालों, औद्योगिक इकाइयों, सरकारी कार्यालयों में निरन्तर कार्यशील रहें।
- प्रत्येक जनपद में इंटीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल सेन्टर को सुदृढ़ करते हुए उन्हें प्रभावी ढंग से संचालित किया जाए।
- कुल मिलाकर योगी लगातार कोरोना को यूपी में रोकने के लिए प्रभावी कदम उठा रहे हैं। ऐसे में उम्मीद की जा रही है आने वाले समय में कोरोना के मामले यूपी में कम हो सकते हैं
बता दें कि यूपी में कोरोना अब तेजी से नहीं फैल रहा है। जानकारी के मुताबिक अभी तक संक्रमण फैलने की दर (रिप्रोडक्शन वैल्यू) एक थी, जो अब घटकर 0.9 हो गई है। यानी एक फीसद की दर में एक रोगी एक स्वस्थ व्यक्ति को संक्रमित कर रहा था, लेकिन यह दर घटने के बाद अब एक रोगी दूसरे को पूरी तरह संक्रमित नहीं कर पा रहा। स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने लोगों से अपील की है कि वे अब भी पूरी सर्तकता बरतें, क्योंकि दूसरे राज्यों में कोरोना संक्रमण की दर कम होने के बाद जब लोगों ने लापरवाही बरती तो संक्रमण भी बढ़ गया।