स्पेशल डेस्क
लखनऊ। कोरोना वायरस का कहर यूपी में देखने को मिल रहा है। इतना ही नहीं उत्तर प्रदेश में 33 कोरोना पॉजिटिव मरीज पाए गए है। इतना ही नहीं जानकारी के मुताबिक कानपुर और जौनपुर में कोरोना का मामला सामने आया है।
इस वजह से सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ कड़ा एक्शन ले रहे हैं। उन्होंने इसी के तहत यूपी के 16 शहरों को लॉकडाउन करने का फैसला लिया है। इस बीच योगी सरकार कोरोना वायरस को रोकने के लिए कुछ और ठोस कदम उठा सकती है। यूपी सरकार से मिली जानकारी के अनुसार योगी सोमवार शाम को तीन हाई लेवल की मीटिंग की गई है। ऐसे में कहा जा रहा है कि कोरोना वायरस को रोकने के लिए योगी और सख्त कदम उठा सकते हैं।
इस मीटिंग में स्वास्थ्य विभाग गृह विभाग, खाद्य एवम रसद विभाग के अधिकारी शामिल होने की बात भी सामने आ रही है। हालांकि इस बारे में अभी कोई ठोस जानकारी नहीं है।
उधर उत्तर प्रदेश की पुलिस ने लॉकडाउन का पालन न करने वालों पर भी पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। पूरे यूपी में अब तक 500 से अधिक एफआईआर दर्ज की गई हैं।
गाजियाबाद में 70, लखनऊ में 56, नोएडा में 49, कानपुर में 22, आगरा में 22, मेरठ में 26, मुरादाबाद में 27 इलाहाबाद में 17 केस दर्ज किए गए हैं।
उधर एसीपी कृष्णानगर दीपक सिंह के नेतृत्व में लॉक डाउन का उल्लंघन करने वाले 20 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की बात सामने आ रही है जबकि 55 गाडिय़ों का चालान भी किया गया है।
इस बीच योगी ने एक बार फिर सूबे की जनता से अपील की है और लोगों से कहा है कि वो अपने घरों के बाहर न आये। उन्होंने कहा कि जो भी संदिग्ध हैं या फिर विदेश से आएं हैं उन्हें होम कोरंटाइन करने के लिए प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीम कार्य कर रही है। योगी ने कहा कि कोरोना वायरस के चलते उत्तर प्रदेश परिवहन को भी बंद कर दिया गया है।
उन्होंने साथ यह भी कहा कि प्रदेश में आइसोलेशन के 2000 बेड मौजूद हैं और दो से तीन दिनों के भीतर सरकार इसकी संख्या दस हजार तक पहुंचाने जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग , नगर विकास विभाग हर जगह से क्लीनिंग का काम युद्ध स्तर पर हो रहा है। लॉकडाउन को सभी अपना साथ दें तभी कोरोना हारेगा और भारत जीतेगा।