न्यूज डेस्क
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को तकनीकी का जानकार नहीं माना जाता। बताया जाता है कि 2017 में मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने अपना मोबाइल फोन भी छोड़ दिया था। लेकिन पिछले कई दिनों से उनकी इस आदत में बदलाव देखा जा रहा है। अब सीएम योगी Techno-Savvy हो गए हैं।
बात चाहे कानपुर में योगी की पहली सेल्फी की हो या फिर 27 जनवरी को मुजफ्फरपुर की एक रैली में आइपैड के इस्तेमाल की या फिर आई पैड की मदद से डेफएक्सपो में सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करने की, ये साफ जाहिर करता है कि यूपी के सीएम अब हाईटेक हो गए हैं और अब इसका असर उनकी कैबिनेट और बीजेपी विधायकों पर भी दिखने लगा है।
दरअसल, सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने मंत्रिमंडल और बीजेपी विधायकों को आइपैड और टैबलेट का इस्तेमाल करने की सलाह दी है। मुख्यमंत्री ने उन्हें बताया कि प्रदेश सरकार का कामकाज जल्द ही कागजरहित हो जाएगा। इसकी शुरुआत कैबिनेट के कामकाज से होगी।
गुरुवार को आरंभ हो रहे बजट सत्र से पहले पार्टी विधायकों की बैठक में मुख्यमंत्री ने उन्हें सदन में पूरी तैयारियों के साथ आने और किसी एक विषय पर बोलने की हिदायत दी। सरकार की कार्य शैली को स्मार्ट बनाने पर जोर देते हुए योगी ने विधायकों से आइपैड, लैपटॉप और टैबलेट का अधिकतम प्रयोग करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि इससे तेजी से काम होंगे और कागजी खानापूर्ति भी घटेगी।
Chief Minister’s Office: On the instructions of CM Yogi Adityanath, all Cabinet Ministers will be given i-pads to make them techno-savvy. The Cabinet meeting which is scheduled to be held next week will be paperless, i-pads will be used. (File pic) pic.twitter.com/YLG9xN5ggW
— ANI UP (@ANINewsUP) February 13, 2020
बजट सत्र लंबी अवधि तक चलने का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इसमें प्रत्येक विधायक को बोलना चाहिए। उन्होंने मंत्रियों को भी तैयारी के साथ सदन में आने के निर्देश दिए। कहा कि विपक्ष सरकार को घेरने की कोशिश करेगा तो मंत्रियों की जिम्मेदारी होगी कि तैयारी से आएं।
संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने भी मंत्रियों को अपने विभाग से संबंधित सभी जानकारी और सूचनाएं जुटाने को कहा ताकि सवालों का ठीक से उत्तर दिया जा सके। उन्होंने विधायकों को संयमित रहने की सलाह भी दी।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने मंत्रियों व विधायकों को अपने क्षेत्रों में कार्यकर्ताओें से संपर्क-संवाद बढ़ाने पर जोर दिया। वहीं उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने विधायकों को विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटने के लिए कहा।