न्यूज डेस्क
यस बैंक के ग्राहकों के लिए खुशखबरी है। संकट में फंसे यस बैंक को बचाने के लिए ड्राफ्ट रेजॉल्यूशन स्कीम को मोदी कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है। इस ड्राफ्ट को आरबीआई की तरफ से प्रस्तावित किया गया था। इसके तहत बैंक में निवेश करने वाला 49 फीसदी तक की हिस्सेदारी खरीद सकता है।
भारतीय रिजर्व बैंक ने लोगों से भी ड्राफ्ट स्कीम को लेकर सुझाव मांगे थे और 9 मार्च को इसकी आखिरी तारीख रखी थी। इससे पहले आरबीआई ने यस बैंक को डूबने से बचाने के लिए बैंक से पैसे निकालने की सीमा को 50 हजार रुपए तक सीमित कर दिया था। हालांकि, शादी, उच्च शिक्षा या किसी मेडिकल इमरजेंसी में अधिक पैसे भी निकालने की इजाजत थी। इस प्रतिबंध के बाद ही भारतीय रिजर्व बैंक ने यस बैंक के लिए ये स्कीम जारी की थी।
प्राइवेट बैंकों के साथ कारोबारी भी आए आगे
वहीं गुरुवार को भारतीय स्टेट बैंक ने कहा था कि यस बैंक में 7250 करोड़ रुपए डालेगा और यस बैंक के 725 करोड़ शेयर खरीदेगा। यानी प्रति शेयर भारतीय स्टेट बैंक 10 रुपए निवेश करेगा।
एसबीआई ने जो प्लान तैयार किया है उसके तहत 12,000 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा। यही नहीं एसबीआई ने आरबीआई को जो प्रस्ताव भेजा है, उसमें प्राइवेट सेक्टर के बैंकों के अलावा कारोबारी राधाकिशन दमानी, राकेश झुनझुनवाला और अजीम प्रेमजी ट्रस्ट की ओर से भी निवेश किया जाएगा।
इकनॉमिक टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में पूरे मामले से जुड़े तीन सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी है। एसबीआई के प्लान के मुताबिक यस बैंक के नए सीईओ के तौर पर प्रशांत कुमार को जिम्मेदारी दी जाएगी, जो फिलहाल आरबीआई की ओर से प्रशासक नियुक्त किए गए हैं। फिलहाल एसबीआई के सीएफओ यानी मुख्य वित्तीय अधिकारी भी हैं।
आरबीआई को एसबीआई की ओर से भेजे गए प्रस्ताव में कहा गया है कि यस बैंक की 49 फीसदी हिस्सेदारी उसके पास होगी और 45 फीसदी हिस्सा एचडीएफसी बैंक, एक्सिस बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, आईसीआईसी बैंक और कारोबारी राधाकिशन दमानी, राकेश झुनझुनवाला और अजीम प्रेमजी ट्रस्ट के पास होगा। मामले की जानकारी रखने वाले सूत्रों के मुताबिक एसबीआई के अलावा 7 अन्य निवेशक यस बैंक में रकम लगाएंगे।
प्रस्ताव के मुताबिक अकेले एसबीआई ही यस बैंक में 7,250 करोड़ रुपये का निवेश करेगा। इसके अलावा ICICI बैंक, HDFC बैंक, कोटक महिंद्रा और एक्सिस बैंक 1-1 हजार करोड़ रुपये डालेंगे। वहीं कारोबारी राधाकिशन दमानी, राकेश झुनझुनवाला और अजीम प्रेमजी ट्रस्ट की ओर से 500 करोड़ रुपये के निवेश का प्रस्ताव है।