जुबिली स्पेशल डेस्क
जिंदा रहने के लिए खाना जरूरी है लेकिन आज कई लोग ऐसे है जिन्हें शायद दो वक्त की रोटी नसीब नहीं होती है। विश्व के कई ऐसे लोग है जिन्हें भरपट खाना भी नहीं मिलता है। इस सच्चाई से कोई इनकार नहीं कर सकता है।
ग्लोबल नेटवर्क अगेंस्ट फूड क्राइसेस की रिपोर्ट की माने तो 2020 में खाद्य संकट पैदा हो सकता है। रिपोर्ट के अनुसार 2019 में करीब 13.5 करोड़ लोग भुखमरी का सामना कर रहे थे। जिनके 2020 में बढ़कर 26.5 करोड़ हो जाने की आशंका है।
आलम तो यह है कि भूखे रहने की वजह से मानव शरीर कंकाल तक में बदल जाता है। इसका ताजा उदाहरण यमन में देखने को मिला है। दरअसल यहां पर 7 साल का लड़का कंकाल में बदल गया है।
यमन के रहने वाले इस लड़के का नाम फैयद समीम बताया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक पैरालाइसिस और बुरी तरह कुपोषण के बाद समीम का वजन केवल सात किलों का रह गया है।
इतना ही नहीं भूखे रहने की वजह से समीम का पूरा शरीर कंकाल में बदल गया है। एक न्यूज एजेंसी के हवाले से इस लड़के के बारे में बताया जा रहा है कि इसकी हालत बेहत खराब है लेकिन किसी तरह से इसकी जान जरूर बचा ली गई है।
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हालांकि यमन की राजधानी सना के एक हॉस्पिटल में इस बच्चे का अब भी इलाज चल रहा है। कुपोषण वार्ड के सुपरवाइजर डॉक्टर रागेह मोहम्मद ने कहा कि जब समीम को यहां लाया गया तो उसकी जान लगभग जाने ही वाली थी। लेकिन अल्लाह का शुक्र है कि हमने उचित कदम उठाकर उसे बचा लिया। अब उसकी तबीयत बेहतर हो रही है।
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गौरतलब है कि कोरोनावायरस के पहले भी कई देश भुखमरी का शिकार हो चुके हैं। यमन में जहां बढ़ते संघर्ष के चलते लाखों लोग भुखमरी का सामना कर रहे थे। संयुक्त राष्ट्र का मानना है कि यमन दुनिया में सबसे बड़े मानवीय संकट का सामना कर रहा है।
इस लड़के को लेकर डॉक्टर का कहना है कि समीम सेरब्रल पॉल्जी और गंभीर कुपोषण की उसकी ये हालत हो गई है। समीम को अस्पताल तक पहुंचने में 170 किमी की दूरी तय करनी पड़ी है।
आलम तो यह है कि उसके परिवार वालों ने किसी तरह से अस्पताल में भर्ती करा दिया है लेकिन समीम के इलाज के लिए उनके पास पैसे नहीं है।