जुबिली न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली। याहू ने 15 दिसंबर से याहू ग्रुप्स को बंद करने का निर्णय किया है। कंपनी बीते कई सालों से उपयोग में लगा तार गिरावट का सामना कर रही थी। 2017 में याहू को खरीदने वाली वेरिजोन ने अपने इस फैसले की घोषणा की। याहू वेब पर अपने समय का सबसे बड़ा मैसेज बोर्ड सिस्टम रहा है, जो इस साल के अंत में अपना कारोबार बंद करने जा रहा है।
कंपनी ने अपनी वेबसाइट पर जारी किए संदेश में कहा कि, ‘याहू ग्रुप्स पिछले कई सालों से उपयोग में लगातार गिरावट का सामना कर रहा है। इस अवधि में हमने यह भी देखा कि ग्राहक प्रीमियम और भरोसेमंद सामग्री चाहते हैं, हालांकि ऐसे निर्णय करना कभी भी आसान नहीं होता है लेकिन, हमें कभी- कभी उन उत्पादों के बारे में कठिन निर्णय ले लेने चाहिए जो हमारी दीर्घकालिक रणनीति के लिए ठीक हैं। अब हम व्यवसाय के अन्य क्षेत्रों पर अपना ध्यान केंद्रित करेंगे।
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याहू ग्रुप्स सर्विस 2001 में शुरू की गई थी और यह रेडिट, गूगल ग्रुप्स और फेसबुक ग्रुप्स के खिलाफ मजबूती से नहीं टिक सकी। 12 अक्टूबर से नए ग्रुप नहीं बनाए जा सकेंगे और 15 दिसंबर के बाद लोग याहू ग्रुप्स के जरिए ना तो मेल भेज पाएंगे और रिसीव कर पाएंगे। वेबसाइट भी उपलब्ध नहीं रहेगी। हालांकि याहू मेल पहले की तरह काम करते रहेंगे।
कंपनी ने कहा आपके द्वारा भेजे गए और प्राप्त किए गए ई- मेल आपके ई-मेल में रहेंगे, लेकिन 15 दिसंबर से ग्रुप मेंबर्स को मेल न भेजना और प्राप्त करना संभव नहीं होगा। अमेरिकी वायरलेस संचार सेवा प्रदाता वेरीजोन ने 2017 में याहू के इंटरनेट कारोबार को 4.8 बिलियन डॉलर में खरीदा था।
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