जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। शी जिनपिंग एक बार फिर चीन के राष्ट्रपति चुन लिए गए है। चीन की कम्युनिस्ट पार्टी कांग्रेस के 20वें अधिवेशन के समापन के बाद इसकी घोषणा की गई है।
जैसा की लग रहा था कि वो तीसरी बार पार्टी का महासचिव चुन लिया जायेगा और हुआ भी यही। इसके साथ ही चीन में इस पद पर चुने जाने वाला नेता ही देश का राष्ट्रपति और पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) का कमांडर भी रहता है।राष्ट्रपति बनने के बाद जिनपिंग ने कहा कि दुनिया को चीन की जरूरत है।
हालांकि ये भी रोचक बात ये हैं कि चीन में इससे पहले यानी 1980 के बाद सर्वोच्च पद पर 10 साल के कार्यकाल का नियम बनाया गया था लेकिन अब ये नियम हटा लिया गया है और शी जिनपिंग के तीसरी बार राष्ट्रपति बनने का रास्ता भी साफ हो गया।
बता दें कि हालांकि, जिनपिंग को पांच और वर्षों तक सत्ता में रखने के लिए इस नियम को हटाने का फैसला कर लिया था। इतना ही नहीं केंद्रीय समिति के सदस्यों की सूची में कई नेताओं के नाम हटवा दिए गए थे।
इनमें प्रधानमंत्री ली क्विंग (67), नेशनल पीपुल्स कांग्रेस के अध्यक्ष ली झांशु (72), चाइनीज पीपुल्स पॉलिटिकल कंसल्टेटिव कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष वांग यांग (67), पूर्व उप प्रधानमंत्री हान झेंग (67) शामिल हैं। ये सभी नेता निवर्तमान सात सदस्यीय स्थायी समिति के सदस्य थे, जिसके अध्यक्ष शी जिनपिंग हैं।
बता दे कि 69 साल के शी जिनपिंग को सीपीसी की कांग्रेस में एक दिन पहले शक्तिशाली केंद्रीय समिति में चुना था, जबकि वह आधिकारिक सेवानिवृत्त आयु यानी 68 वर्ष की सीमा पार कर चुके हैं और उनका 10 साल का कार्यकाल खत्म हो चुका है।