स्पेशल डेस्क
पूरे विश्व में कोरोना वायरस लगातार अपना तांडव दिखा रहा है। चीन से निकला कोरोना यूरोप के बाद अमेरिका, ब्रिटेन जैसे देशों में अच्छी-खासी तबाही मचा चुका है। भारत में कोरोना लगातार अपनी जड़े मजबूत कर रहा है। कोरोना को लेकर हर कोई जानना चाहता है ये वायरस आखिर कहा से आया। कोरोना को लेकर चीन पर कर्ई तरह के सवाल उठ रहे हैं। जब से इस वायरस ने तबाही मचायी है तब से चीन पर शक की सुई घुम रही है। हालांकि कोरोना की साजिश का जिम्मेदार कौन? इस सवाल पर चीन-अमेरिका एक दूसरे पर आरोप लगाते रहे हैं।
खबरे तो यहां तक आ रही है कि चीन के वुहान की लैब से यह खतरनाक वायरस लीक हुआ है और उसके बाद यह इंसान तक जा पहुंचा है।
अमेरिका भी चीन से कुछ ऐसे ही सवाल पूछ रहा है और इस मामले पर जांच की बात भी कह रहा है। मीडिया में एक खबर जोर पकड़ रही है कि वुहान के इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी के एक फ्रिज की सील टूटी गई थी जिसमें यह वायरस रखे हुए थे।
बताया जा रहा है इसके बाद से कोरोना ने इंसानों को अपनी चपेट में लेना शुरू किया। हालांकि इसके बारे में कोई ठोस जानकारी नहीं है। दरअसल इसी हफ्ते कुछ फोटोज सोशल मीडिया पर वायरल हुई है। इस फोटोज में लिखा गया है कि एशिया के सबसे बड़े वायरस बैंक पर एक नजर। सेंट्रल चीन के हुबेई में स्थित वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी ने 1500 से अधिक वायरस स्ट्रेन्स को संरक्षित करके रखा है।
हालांकि वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी की यह तस्वीर पहले भी सामने आ चुकी है। बता दें कि साल 2018 में पहली बार डेली न्यूजपेपर ने ट्विटर पर प्रकाशित किए थे लेकिन इसके बाद इसे फौरन हटा लिया था। अब जब सोशल मीडिया पर दोबारा फोटो वायरल होने से एक बार फिर चीन पर सवाल उठ रहा है।
इसके बाद से ट्रंप भी चीन पर दबाव बना रहे हैं और वे अमेरिका की ओर से उन्होंने वुहान इंस्टीट्यूट को दिए जाने वाले फंड को खत्म कर देने की बात कही है जबकि अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने कहा है कि लैब से वायरस लीक होने के मुद्दे पर चीन से सफाई मांगी है। अमेरिका के वॉशिंगटन पोस्ट इस बात का जिक्र किया गया है हालांकि चीनी सरकार ने सभी आरोपों को खारिज कर चुका है।
बता दें कि पूरा विश्व इस वायरस से लड़ रहा है। अब तक विश्व में 2,351,915 लोग इसकी चपेट में जबकि पूरी दुनिया में 161283 लोगों की जान भी जा चुकी है। अगर बात भारत की जाये तो 16116 लोग इस गम्भीर वायरस से लड़ रहे हैं जबकि 521 लोगों की मौत हो चुकी है।