स्पेशल डेस्क
विश्व खेल पटल पर भारतीय खिलाड़ी लगातार दस्तक दे रहे हैं। जहां एक ओर क्रिकेट में भारत का जलवा देखने को मिल रहा है तो दूसरी ओर देश के चोटी के पहलवानों का डंका विश्व खेल पटल पर बजता नजर आ रहा है।
वीनेश से लेकर दिव्या ने अपनी पहलवानी से देश का झंडा बुलंद कर दिया है। आलम तो यह है कि विश्व कुश्ती में अब भारतीय खिलाडिय़ों से भी पहलवान दो-दो हाथ करने से बचते नजर आ रहे हैं।
महिलाओं से लेकर पुरुष पहलवानों की धमक अब देखने को मिल रही है लेकिन अब यही पहलवान अपनी सरकार से खफा है। उनके खफा होने का कारण जायज बताया जा रहा है।
एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचने वाले पहलवान बजरंग पुनिया और महिला पहलवान वीनेश फोगाट ने हरियाणा सरकार की खेल नीति की कड़ी आलोचना की है।
https://twitter.com/BajrangPunia/status/1143775090129215488
दोनों पहलवानों ने हरियाणा खट्टर सरकार पर अपना गुस्सा निकालते हुए कहा है कि खेलों को खत्म करने की साजिश की जा रही है। दोनों पहलवानों ने नई नकद इनाम नीति को लेकर सरकार को घेरा है। वीनेश फोगाट ने ट्वीट किया ‘मैं हरियाणा सरकार से अपील करती हूं कि आप अपना पैसा वापस ले लीजिए. खिलाड़ी को अपनी राजनीति के अखाड़े में खड़ा कर उन्हें बेइज्जत नहीं कीजिए।
मेरी हरियाणा सरकार से गुजारिश है कि आप अपना दीये हुए धन राशि को वापस ले जाए। इस तरह खिलाड़ियों को आप अपने राजनीतिक अखाड़े पर खड़ा करके उन्हें अपमानित न करें। @mlkhattar @anilvijminister
— Vinesh Phogat (@Phogat_Vinesh) June 26, 2019
बजरंग ने ट्वीट किया कि जब आप खिलाड़ी को पुरस्कार देने की बात करते हैं तो आप पैसा नहीं, आप समर्थन देने का वादा करते हैं। अगर अपना वादा पूरा नहीं कर सकते तो आपसे कोई खिलाड़ी कैसे भविष्य में कोई उम्मीद रखेगा।
क्या है नई नीति
इसमें बताया गया है कि इस नई नीति के अनुसार अगर एक खिलाड़ी वित्तीय वर्ष में एक से ज्यादा पदक जीतता है तो उसे उसके द्वारा जीते गए सर्वोच्च पदक के लिए आवंटित की गई पूरी राशि मिलेगी, लेकिन दूसरे व इसके बाद के पदकों के लिए 50 फीसदी राशि ही मिलेगी। इसी को लेकर खिलाडिय़ों ने नाराजगी जतायी है।