जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। भारतीय कुश्ती फेडरेशन और पहलवानों के बीच विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। अब जानकारी मिल रही है कि पहलवानों ने एक बार फिर भारतीय कुश्ती फेडरेशन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और रविवार को फिर से जंतर-मंतर पर जुट गए है और धरने पर बैठ गए है।
वहीं पहलवानों की माने तो जब तक उन्हें न्याय नहीं मिलेगा, वह धरने से नहीं हटेंगे। ओलंपियन बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट और साक्षी मलिक के साथ कई पहलवान इस दौरान मौजूद है और भारतीय कुश्ती फेडरेशन को अपने निशाने पर लिया है।
इसके साथ ही शोषण के खिलाफ न्याय की मांग दोहराई।इस दौरान पहलवानों ने मीडिया को जानकारी दी है कि उनकी सुनी नहीं जा रही है और उनकी शिकायतों पर क्या एक्शन लिया जा रहा है, इस बारे में भी कई ठोस जानकारी नहीं दी गई है।
इस बीच जंतर-मंतर पर जारी पहलवानों के प्रदर्शन के बीच भारतीय कुश्ती महासंघ के चुनाव पर लगी रोक लगा दी गई है,मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार भारतीय ओलंपिक संघ एक तदर्थ समिति बनाएगा और यही समिति अगले 45 दिनों में कुश्ती संघ का चुनाव पूरा कराएगी।
समिति तब तक कुश्ती संघ का रोज़ का कामकाज भी देखेगी। जनवरी में बनाई गई ओवरसाइट कमेटी ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी है।
इससे पहले 18 जनवरी 2023 को पहलवानों ने बृजभूषण शरण सिंह और कुश्ती संघ के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए थे और जमकर विवाद हुआ था।
इतना ही नहीं पहलवानों ने न्याय की गुहार लगायी थी। इसके आलावा बृजभूषण शरण सिंह को हटाने की मांग की थी। सलर विनेश फोगाट ने आरोप लगाया था कि महिला पहलवानों के साथ यौन शोषण किया जाता हैद्घ उन्होंने कहा था, कि मैं खुद महिला पहलवानों के यौन उत्पीडऩ के 10-20 केसों के बारे में जानती हूं।
उन्होंने कोच और रेफरी पर भी आरोप लगाए. फोगाट ने आगे कहा- कि जब हाई कोर्ट हमें निर्देश देगा तब हम सभी सबूत पेश करेंगे।
हम पीएम को भी सभी सबूत सौंपने को तैयार है। जब तक दोषियों को सजा नहीं मिलती हम धरने पर बैठेंगे। किसी भी इवेंट में कोई एथलीट हिस्सा नहीं लेगा। इस दौरान विनेश रोती हुईं भी दिखी थी। इतना ही नहीं एक और भारतीय पहलवान ने कहा था कि ‘जबसे अध्यक्ष जी हैं, लखनऊ में ही कैंप क्यों लगता है। अब एक बार फिर से खिलाडिय़ों ने धरना देने का फैसला किया है।