जुबिली न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत और अमेरिका के बीच साझेदारी के लिए कार्य करने वाले गैर लाभकारी संगठन अमेरिका- भारत सामरिक साझेदारी फोरम (USISPF) के तीसरे वार्षिक नेतृत्व शिखर सम्मेलन को संबोधित किया।
पीएम मोदी ने इस कार्यक्रम को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से संबोधित किया। उन्होंने कहा कि वर्तमान स्थिति एक नई मानसिकता की मांग करती है। एक मानसिकता जिसका दृष्टिकोण विकास के लिए मानव केंद्रित हो।
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भारत पहला ऐसा देश था जिसने सबसे पहले मास्क का इस्तेमाल और फेस कवर करने को एक हेल्थ मेज़र की तरह लिया। हमने सबसे पहले सोशल डिस्टेंसिंग के लिए पब्लिक अवेयरनेस कैंपेन चलाए थे।
कोरोनावायरस महामारी के दौरान हमने कोविड-19 टेस्टिंग की क्षमता, आईसीयू, पीपीई किट जैसे जरूरी चिकित्सीय संसाधनों को अवसर में बदला। हमें अपनी क्षमता निर्माण पर जोर बनाए रखना होगा।
पीएम मोदी ने कहा कोरोना संकट का हमने मजबूती से सामना किया। भारत ने लॉकडाउन को जिम्मेदारी से लागू किया। कोरोनावायरस के प्रति दस लाख पर मृत्युदर सबसे कम है। दुनिया में दूसरे नंबर पर भारत ने पीपीई किट का निर्माण किया।
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सम्मेलन में PM मोदी ने कहा गरीबी लोगों को बचाना हमारी पहली प्राथमिकता है। पूरे कोरोना पीरियड के दौरान, लॉकडाउन के समय भारत सरकार का एक ही मकसद था- गरीबों की रक्षा करना। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना पूरे विश्व की सबसे बड़ी समर्थन प्रणाली है। इसके तहत लगभग 800 मिलियन लोगों को खाद्यान्न उपलब्ध करवाया गया।
उन्होंने कहा भारत अमेरिकी संबंध को और मजबूत करने पर जोर है। हमने अपने बैंकिंग सिस्टम को मजबूत किया। आज दुनिया हम पर भरोसा कर रही है। भारत दुनिया के लिए निवेश का सबसे अच्छा केंद्र है। उद्योगों के लिए भारत में माहौल बेहतर किया गया। उद्योगों के लिए पसंदीदा जगह बनेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सम्मेलन में आगे कहा कि हम दुनिया में जेनेरिक दवाओं के लिए सबसे बड़े उत्पादक हैं। 1.3 भारतीय आत्मनिर्भर भारत बनाने में जुटे हैं। 1.3 अरब भारतीयों का एक ही मिशन है ‘आत्मनिर्भर भारत’। ‘आत्मनिर्भर भारत’ लोकल का ग्लोबल में विलय है। यह भारत की ताकत को ग्लोबल फोर्स मल्टिप्लायर के रूप में सुनिश्चित करता है।
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