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इजराइल में नमक की सबसे बड़ी गुफा की खोज हुई है। गुरुवार को खोजकर्ताओं ने बताया कि यह गुफा मृत सागर के पास स्थित है। इस गुफा की खोज होने के पहले तक दुनिया की सबसे बड़ी गुफा का रिकॉर्ड ईरान के नाम था। अब यह दर्जा मलहाम नाम की गुफा के पास होगा। यह गुफा न सिर्फ 10 किमी लंबी है बल्कि इजराइल के सबसे बड़े पहाड़ माउंट सोडोम से होते हुए जाती है।
1980 में पहली बार इस गुफा का आधा नक्शा तैयार हुआ था। दो साल पहले एक खोजकर्ता ने फिर इस पर काम करना शुरू किया और अब उसे सफलता मिली।
हालांकि इसी दौरान साल 2006 में शोधकर्ताओं ने दक्षिण ईरान के केशम आईलैंड में स्थित एन-3 गुफा की खोज करके, उसका 6 किमी का नक्शा बनाया। बाद में इसे दुनिया में नमक की सबसे बड़ी गुफा के रूप में पहचान मिली।
बता दें कि दो साल पहले योव नेगव ने फ्रम्किन के काम को पूरा करने का निश्चय किया था। नेगव इजराइल में शौकिया तौर पर गुफाओं की खोज करते हैं। उन्होंने इस काम के लिए गुफाओं की खोज करने वाले बुल्गारियन मूल के लोगों से संपर्क किया ताकि उन्हें काम के दौरान मदद मिल सके।
नेगव, इजराइल केव एक्सप्लोरर्स क्लब के संस्थापक हैं। बकौल नेगव उन्होंने अब तक जितनी भी गुफाएं देखी हैं, उनमें सबसे प्रभावशाली, मनमोहक और सुंदर ये गुफा है।
नेगव ने गुफा की खोज के लिए यूनिवर्सिटी के रिसर्च सेंटर के शोधार्थी बोज लेंकफोर्ड के साथ 8 यूरोपियन लोग और 20 स्थानीय लोगों को भी शामिल किया, जिनका शौक गुफाओं की खोज करना था। दस दिनों की मेहनत के बाद इन लोगों को पता लगा कि गुफा की लंबाई 10 किमी है।
जानकारी के मुताबिक, नमक की गुफा का संकेत दीवारों पर मौजूद पानी में नमक के स्वाद से मिला था। दरअसल जंगल में बारिश के दौरान नमक चट्टानों की दरारों में से रिसकर छोटी-छोटी गुफाओं में बदल जाता है। ये नमक बहकर मृत सागर के पास पहुंच जाता है। शोधकर्ता फ्रम्किन जिस दौरान नक्शा तैयार कर रहे थे, तब गुफाओं का आकार जल्दी से परिवर्तित हो रहा था। बकौल नेगव उन्होंने अब तक जितनी भी गुफाएं देखी हैं, उनमें सबसे प्रभावशाली, मनमोहक और सुंदर ये गुफा है।