वीपी श्रीवास्तव
वर्ष 1974 से विश्व समुदाय द्वारा प्रति वर्ष 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस आयोजित किया जाता है जिसका उद्देश्य भयावह होते पर्यावरणीय मुद्दों यथा ग्लोबल वार्मिंग, क्लाइमेट चेन्ज तथा वायु प्रदूषण की ओर लोगों का ,सरकारों का तथा व्यवसायों का ध्यान आकर्षित करना है।
दशकों से हम पृथ्वी के पारिस्थितिकीय तंत्र अर्थात इकोसिस्टम को नष्ट या प्रदूषित करते आ रहे हैं जिससे पृथ्वी पर रहना दूभर हो रहा है। पिछले सौ वर्षों मे विश्व के आधे वेटलैंड समाप्त हो गये हैं तथा उनके प्राकृतिक निवास नष्ट हो जाने के कारण जीवों और वनस्पतियों की 10 लाख से अधिक प्रजातियाॅ समाप्त होने के कगार पर हैं।
क्षतिग्रस्त पारिस्थितिकीय तंत्र ही बाढ,सूखा ,अकाल ,तूफान, अनेक प्रकार के रोग, माइग्रेशन तथा लाखों लोगों की आजीविका समाप्ति के कारण हैं।
विश्व संगठन द्वारा इस वर्ष के आज के दिवस की थीम “केवल एक पृथ्वी” घोषित किया है जो हम सब को यह याद दिलाता है कि पूरे ब्रह्मांड मे पृथ्वी ही मात्र एक ऐसा उपग्रह है जहाॅ जीवन है । वह इस कारण से है कि उसका इकोसिस्टम अलग और विशेष है और इसको हम छेड़ेंगे या नष्ट करेंगे तो यहाॅ भी जीवन नष्ट हो सकता है।
कैसे मनाया जाता है
इस दिवस को विभिन्न प्रकार के आयोजन आयोजित करके मनाते हैं जैसे कि स्कूलों में पर्यावरण संरक्षण से संबंधित विषयों पर वाद- विवाद प्रतियोगिता चित्रकला प्रतियोगिता कला प्रदर्शनी सांस्कृतिक कार्यक्रम नुक्कड़ नाटक प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता भाषण निबंध लेखन प्रतियोगिता आदि आयोजित करके, वृक्षारोपण का कार्यक्रम आयोजित करके जल संरक्षण आदि विषयों पर कार्यक्रम आयोजित करके Reduce Reuse Recycle का संदेश देकर पब्लिक रैली निकाल कर मनाया जाता है। सरकारी कार्यालयों में पर्यावरण के मुद्दों पर आवश्यक आदेश निर्देश जारी कर के इसे मना सकते हैं।
(वी पी श्रीवास्तव अध्यक्ष सी-कार्बन्स पर्यावरण संरक्षण को समर्पित)