सैय्यद मोहम्मद अब्बास
विश्व कप शुरू होने में बेहद कम दिन है। इंग्लैंड में होने वाले क्रिकेट के इस महाकुंभ में दुनिया की हर टीम अपना जलवा दिखाने को तैयार है। आईपीएल में कुछ खिलाडिय़ों ने शानदार प्रदर्शन कर टीम में अपना स्थान पक्का कर लिया। जहां एक ओर विश्व कप में विराट कोहली, डेविड वॉर्नर स्टीव स्मिथ जैसे धाकड़ खिलाड़ियों की चर्चा हो रही है तो दूसरी ओर ऑलराउंडर खिलाड़ियों को लेकर भी खूब सुर्खियां मिल रही है।
विश्व क्रिकेट में ये बात अक्सर होती है कि कौन है दुनिया सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडर। ऐसे तो वेस्टइंडीज के पास सबसे खतरनाक ऑलराउंडर रसेल है जबकि भारत के पास हार्दिक पांडेया के आलावा विजय शंकर है।
इंग्लैंड में होने वाले इस विश्व कप में ऑलराउंडर खिलाड़ी तुरुप इक्का साबित हो सकते हैं। दुनिया की हर टीम ने ऑलराउंडर को जगह दी है। भारत से लेकर वेस्टइंडीज के पास खतरनाक ऑलराउंडर है। ये ऑलराउंडर ऐसे है जो अपने बल पर मैच का रूख बदलने का माद्दा रखते हैं।
भारत के पास हार्दिक पांड्या और विजय शंकर है
बात अगर भारत की जाये तो उसके पास दो प्योर ऑलराउंडर है। हार्दिक पंड्या और विजय शंकर। विजय शंकर कुछ खास अनुभवी नहीं है लेकिन हाल के दिनों में उनका प्रदर्शन ठीक-ठाक रहा है और इस वजह उन्हें टीम में जगह दे दी गई है।
विजय शंकर के पास महज नौ मुकाबलों का अनुभव है। उन्होंने 33.00 के औसत से 165 रन बनाये हैं। उनका सर्वश्रेष्ठï स्कोर 46 रहा है। ऐसे में उनसे अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद की जा रही है। इसके बाद नम्बर आता है हार्दिक पांड्या का।
बड़ौदा और आईपीएल में हार्दिक पांड्या मुंबई इंडियंस के लिए बेहद शानदार क्रिकेट खेली है। कीवियों के खिलाफ डेब्यू करने वाले हार्दिक पांड्या ने अब तक 45 मुकाबले खेले हैं। उनकी काबिलियत को देखते हुए वह भरोसेमंद खिलाड़ी बन चुके हैं।
उन्होंने अब तक 731 रन बनाये हैं। टीम इंडिया को लगता है कि वह निचले क्रम में उतरकर तेजी से रन बनाने का हौंसला रखते हैं। आईपीएल के कई मौकों पर उन्होंने अपने तेज खेल से विरोधी टीम के होश उड़ा दिये थे।
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बता दें कि पहली बार 1983 और दूसरी बार 2011 में भारत ने विश्व कप अगर जीता था तो इसमें ऑलराउंडर खिलाडिय़ों का अहम योगदान था। बात अगर 1983 की जाये तो कपिल देव ने बतौर ऑलराउंडर आठ मुकाबलों में 303 रन बनाये थे जबकि 12 विकेट भी चटकाये थे। दूसरी ओर मोहिंदर अमरनाथ ने आठ विकेट के साथ-साथ 237 रन भी बनाये थे।
बात अगर साल 2011 विश्व कप की जाये तो युवराज सिंह ने बल्ले के साथ-साथ गेंदबाजी में कमाल किया था। उन्होंने 9 मैचों की 8 पारियों में 362 रन बनाए और 15 विकेट झटके थे। अब देखना होगा कि वह विश्व कप में हार्दिक पांड्या और विजय शंकर कैसा खेल दिखाते हैं।