सैय्यद मोहम्मद अब्बास
विश्व कप पांच अक्टूबर से शुरू हो रहा है। भारतीय पिचे तेज गेंदबाज को मदद देगी लेकिन इस बात से इनकार नहीं कर सकते हैं कि यहां की पिच स्पिनरों के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं होती है।
ऐसे में एशियाई स्पिनरों की चांदी होना तय माना जा रहा है। हालांकि विश्व की दूसरी टीमों के पास विश्व स्तर के स्पिनर मौजूद है जो भारत की पिचों पर कहर बनकर टूट सकते हैं लेकिन इस सब के बीच भारतीय स्पिनर अन्य टीमों की तुलना में काफी आगे हैं।
भारतीय स्पिनरों से बचके रहना
इस विश्व कप में अगर सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है तो वो भारत की टर्निंग पिचों की। भले ही आईसीसी कह रही है कि पिच पर घास रखी जायेगी ताकि तेज गेंदबाजों को मदद मिले लेकिन भारत की टर्निंग पिचों के बारे सब जानते हैं। भारतीय हालात में आर अश्विन, कुलदीप यादव, जडेजा जैसे स्पिनर किसी भी बल्लेबाजी क्रम को तहस-नहस कर सकते हैं।
श्रीलंकाई स्पिनरों पर एक नजर
श्रीलंका क्रिकेट टीम अक्सर स्पिनरों के सहारे जीत हासिल करने का हुनर रखती है। 1996 विश्व कप सेमीफाइनल कौन भूल सकता है, जब अजहर की टीम प्रचंड फॉर्म में थी लेकिन सेमीफाइनल में मुथैया मुरलीधरन,कुमार धर्मसेना, सनथ जयसूर्या,अरविंदा डी सिल्वा की चौकड़ी टीम इंडिया पूरा खेल बिगाड़ दिया।
आज भी उनके पास वैसे ही स्पिनर मौजूद जो अन्य टीमों पर भारी पड़ सकते हैं। मौजूदा टीम में महेश तीक्षणा और डुनिथ वेलालागे जैसे खतरनाक स्पिनर है जो श्रीलंका टीम को मजबूती देते हैं।
हालांकि श्रीलंका के लिए वानिंदु हसरंगा का टीम में ना होना बड़ा झटका है।महेश तीक्षणा ने अब तक 27 वनडे मैचों में 44 विकेट चटकाये हैं जबकि डुनिथ वेलालागे ने अब तक 15 मैचों 19 विकेट हासिल किये हैं लेकिन भारत की स्लो विकेट पर ये गेंदबाज किसी भी बल्लेबाजी क्रम पर खतरा हो सकते हैं।
पाकिस्तानी स्पिनरों पर एक नजर
ऐसे तो पाकिस्तान टीम अपने तेज गेंदबाजों की वजह से विश्व क्रिकेट में अपनी पहचान रखती है लेकिन उसके पास भी अब अच्छे स्पिनर है जो भारतीय हालात में बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं। उनमें शादाब खान, इफ्तिखार अहमद ,मोहम्मद नवाज़, सलमान अली आगा जैसे प्रतिभावान स्पिनर है, जो भारतीय पिचों पर कमाल कर सकते हैं।
बांग्लादेश की ताकत भी स्पिन
एशियाई देशों की बात की जाये तो बांग्लादेश क्रिकेट भी ठीक-ठाक प्रदर्शन कर रहा है। उसके पास विश्व स्तर के कुछ नायाब स्पिनर है जो इन हालातों काफी असरदार साबित हो सकते हैं।
उनमें शाकिल अल हसन का नाम सबसे पहले आता है। उनकी बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों कमाल की है। उनके अलावा मेहदी हसन मिराज के रूप में इस टीम के पास एक उच्च स्तर का स्पिनर मौजूद हैं जो भारतीय जमीन पर बल्लेबाजों के लिए कहर ढा सकते हैं।
अफगान टीम भी कर सकती है हैरान
अफगानिस्तान की सबसे बड़ी ताकत उसकी स्पिन गेंदबाजी है। अफगान टीम अपने स्पिनरों के बल पर करिश्मा कर सकती है। अफगानिस्तान की ओर से राशिद खान, मुजीब उर रहमान और नूर अहमद स्पिन अटैक मौजूद है। ऐसे में तीन स्पिनर भारत की टर्निंग पिचों पर उठाना चाहेंगे।
आपकी जानकारी के लिए ये बता दें कि ये तीनों स्पिन गेंदबाज भारत की पिचों पर आईपीएल में अपनी लहराती गेंदों से धमाल मचा चुके हैं। राशिद खान को कौन नहीं जानता है।
जिस दिन वो रंग में हुए तो बल्लेबाजों का पिच पर टिकना मुश्किल हो सकता है। राशिद के नाम 94 वनडे मैचों में 172 विकेट चटकाये हैं जबकि मुजीब-उर-रहमान भी 66 वनडे मैचों में 93 विकेट अपने नाम कर चुके हैं। दूसरी तरफ नूर अहमद 3 वनडे मैचों में 2 विकेट चटका चुके हैं। इसके आलावा मोहम्मद नबी भी एक ऑफ स्पिनर के रूप में शामिल हैं। नबी 147 वनडे में 154 विकेट चटकाए हैं।