जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। 27 साल से जिस बिल का इंतेजार हो रहा था वो आखिरकार लोकसभा में पेश हो ही गया। जी हां महिला आरक्षण बिल पेश हो गया है लेकिन कांग्रेस ने सरकार के इस कदम पर सवाल उठाया और कहा है कि 2024 में आरक्षण लागू हो ही नहीं सकता।
केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने मंगलवार को लोकसभा में ‘नारी शक्ति वंदन अधिनियम’ नाम से इस बिल को पेश तो कर दिया है लेकिन इसके लागू करने पर अब सवाल उठ रहा है।
सरकार जहां इस कदम को ऐतिहासिक मान रही है तो दूसरी तरफ कांग्रेस सवाल पूछ रही है। लोकसभा में पास हो गया है और अब राज्य सभा पेश करने की तैयारी चल रही है लेकिन बिल पास होने के बाद ये लागू कब से होगा?
इसका जवाब फिलहाल न तो सरकार के पास और न ही विपक्ष के पास। विपक्षी पार्टियों ने इसे जुमला करार दिया है। कांग्रेस इसके पीछे तर्क भी दे रही है और कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने दावा किया कि महिला आरक्षण बिल में साफ लिखा है कि ये बिल परिसीमन पूरा होने के बाद लागू होगा।
लिहाजा किसी भी कीमत में 2029 से पहले ये महिला आरक्षण लागू नहीं हो सकता। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने इसी तरह की बात कही है और उसे 2024 के चुनाव से पहले जनगणना और परिसीमन होने की उम्मीद नहीं है।कांग्रेस ने मोदी सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि यह विधेयक सबसे बड़े चुनावी ‘जुमलों’ में से एक है।
चुनावी जुमलों के इस मौसम में, यह उन सभी जुमलों में सबसे बड़ा है। इतना ही नहीं जयराम रमेश यहीं नहीं रूके उन्होंने आगे यहां तक कहा कि जैसा कि हमने पहले बताया था, मोदी सरकार ने अभी तक 2021 की दशकीय जनगणना नहीं की है, जिससे भारत जी-20 में एकमात्र देश बन गया है जो जनगणना करने में विफल रहा है।