न्यूज डेस्क
क्या आपने कभी सुना है कि किसी देश की सरकार ने अपने देश की महिलाओं को बन संवर कर रहने की सलाह दी है। शायद नहीं। पर अब ऐसा हुआ है। जी हां, मलेशिया की सरकार ने अपने देश की महिलाओं से कहा कि इस लॉकडाउन में महिलाएं घर पर भी बन ठन कर रहें, मेकअप करें और अपने पतियों को “तंग” ना करें।
जी हां, मलेशिया की सरकार ने पत्नियों को सज संवर कर बेबी की तरह पेश आने की सलाह दी है। सरकार के इस सलाह से महिलाएं हैरान और निराश हैं। इस सलाह की वजह से मलेशिया सरकार को सेक्सिस्ट बताया जाने लगा है।
कोरोना वायरस की वजह से अधिकांश देशों में लॉकडाउन है। लॉकडाउन की वजह से घरों में सभी बंद हैं, इसलिए कई समस्याएं बढ़ गई हैं। घरेलू हिंसा की भी खबरें खूब आ रही है। विश्व की कई महिला अधिकार समूह इस पर चिंता जता चुके हैं कि घरेलू हिंसा की शिकार तमाम महिलाएं लॉकडाउन के कारण उन आक्रामक पार्टनरों के साथ एक ही छत के नीचे जीने को मजबूर हो गई हैं। महिला संगठन निराश हैं कि उन महिलाओं के लिए कोई सलाह या निर्देश क्यों नहीं जारी किए जा रहे हैं और अब मलेशिया सरकार की यह सलाह महिला संगठनों की चिंता में इजाफा कर दिया है।
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In the midst of a global pandemic, @KPWKM thought what we need is some good old-fashioned sexism. If you claim to represent women, start by acknowledging that couples should be equal partners in managing households – in responsibilities as well as care work! @RinaMohdHarun pic.twitter.com/l57qG4a3lv
— Sharmilla Ganesan (@sharmillag) March 31, 2020
मलेशिया सरकार द्वारा “जनहित में जारी सूचना” के तहत सलाह दी है कि घर के काम करवाने हों तो पत्नियां अपने पतिओं से हंस कर शर्माते हुए या डोरेमॉन जैसे कार्टून की मासूम ब’चों जैसी आवाज में बात करें। इस पोस्टर सीरीज में उन मांओं के लिए भी हमेशा “साफ-सुथरी और करीने से सजी संवरी दिखने” को लेकर सलाह दी गई है जो ना केवल घर के काम बल्कि दफ्तर के लिए वर्क फ्रॉम होम भी करती हैं।
इन सलाहों में हर मामले में महिलाओं के बाहरी रूप रंग पर सबसे ज्यादा जोर देते हुए उसे निखारने को लेकर ही जोर दिया गया है। अब सरकार के इस फैसले की निंदा हो रही है। इसके लेकर फेमिनिस्ट समूहों ने मंत्री दातुक सेरी रीना हारुन के खुद महिला होते हुए भी इतनी गहरी पितृसत्तात्मक सोच रखने को लेकर कड़ी निंदा की है।
वहीं कई अन्य महिलाओं ने इस ओर ध्यान दिलाया है कि महिलाएं भी इंसान ही होती हैं न कि कोई सामान, जिसकी बनावट या रखरखाव को लेकर ऐसी बातें की जाएं। लॉकडाउन के समय में अपना ख्याल रखना, साफ सुथरा रहना और अ’छा रूटीन बरकरार रखना तो हर इंसान के लिए जरूरी है, लेकिन मंत्रालय को महिलाओं के बाहरी रूप रंग, कपड़ों और मेकअप पर फोकस करने जैसी गैरजरूरी और सेक्सिस्ट सलाह देने को लेकर आलोचना झेलनी पड़ी है।
In the midst of a global pandemic, @KPWKM thought what we need is some good old-fashioned sexism. If you claim to represent women, start by acknowledging that couples should be equal partners in managing households – in responsibilities as well as care work! @RinaMohdHarun pic.twitter.com/l57qG4a3lv
— Sharmilla Ganesan (@sharmillag) March 31, 2020
कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए दुनिया के कई देशों ने लॉकडाउन कर रखा है। इस दौरान लोग घर से काम कर रहे हैं। इसी तरह मलेशिया के तमाम मध्यमवर्गीय परिवार भी आजकल वर्क फ्रॉम होम यानि घर पर रह कर अपने दफ्तर के काम करने को मजबूर हैं। ऐसे में देश के महिला, परिवार और सामुदायिक विकास मंत्रालय ने इस दौरान महिलाओं को घर में रहने के कुछ कायदे सुझाए हैं।
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फेसबुक और इंस्टाग्राम पर डिजिटल पोस्टरों के माध्यम से फैलाई गई मलेशियाई सरकार की आधिकारिक सलाह में कहा गया है कि महिलाएं घर पर भी बन ठन कर रहें, मेकअप करें और अपने पतियों को “तंग” ना करें। हैशटैग #WomenPreventCOVID19 के साथ जारी पोस्टरों की ऋंखला में सोफा पर बैठा हुआ एक आदमी महिलाओं से कहता दिखाया गया है कि अगर घर के कामों में मदद चाहिए तो वे “व्यंग्यात्मक” होना बंद करें। ऐसे लिंगभेदी संदेशों को लेकर मलेशिया और देश के बाहर से भी सोशल मीडिया पर आलोचना देखने को मिल रही है।