जुबिली पोस्ट ब्यूरो
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के इंदिरानगर के तकरोही निवासी स्टेशनरी दुकानदार मो. हसनैन को मकान मालिक और किराएदार के विवाद में गवाही देना महंगा पड़ गया। नाराज दबंगों ने हसनैन को कमरे में बंधक बनाकर चाकू और ब्लेड से गोद दिया।
चीख- पुकार सुनकर स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे तो आरोपी भाग निकले। पुलिस ने घायल को अस्पताल पहुंचाया, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। पुलिस ने पांच महिलाओं सहित सात लोगों पर हत्या की कोशिश का मुकदमा दर्ज किया है।
क्षेत्राधिकारी गाजीपुर दीपक कुमार सिंह के मुताबिक, मूलरूप से बाराबंकी निवासी मो. हसनैन की तकरोही में स्टेशनरी की दुकान है। वह हाईकोर्ट के एक क्लर्क के लिए निजी मुंशी का भी काम करता है। तकरोही की संतपुरम कॉलोनी में महमूद खान के मकान में किराएदार है।
हसनैन का कहना है कि मकान मालिक महमूद खान सऊदी में काम करता है। उसने दो शादियां की हैं। पहली पत्नी अजमतुन्न निशा और दूसरी पत्नी कमर जहां उसी मकान में रहती हैं। पहली मंजिल में सआदतगंज निवासी रिजवान परिवार के साथ रहता है। बुजुर्ग अजमतुन्न निशा का कहना है कि आठ महीने का बकाया किराए मांगने व मकान खाली करने को कहा तो रिजवान धमकाने लगा।
अजमतुन्न ने बताया कि उनके कहने पर सोमवार को हसैनन उन्हें इंदिरानगर थाने ले गया और तहरीर दी। उसने रिजवान के खिलाफ गवाही दी थी। इस पर पुलिस ने रिजवान को चौकी बुलाकर फटकार लगाई थी और बकाया किराया देने के साथ ही 2 दिन में मकान खाली करने को कहा था।
हसनैन के मुताबिक, वह दूसरी मंजिल पर बने कमरे में रहता है। बुधवार दोपहर करीब 3.30 बजे वह खाना खाकर नीचे उतर रहा था। तभी रिजवान उसकी पत्नी शाजिया, भाई अन्नू, तीन बहनें व कमर जहां ने उसे दबोच लिया और नीचे कमरे में ले गए, जहां बंधक बनाकर बुरी तरह पीटा। रिजवान व आरोपी महिलाओं ने चाकू व ब्लेड से ताबड़तोड़ कई वार कर दिए।
पुलिस ने हसनैन को लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया। डॉक्टरों ने हसनैन को 70 टांके लगाए हैं। इंस्पेक्टर संतोष कुशवाहा ने बताया कि तहरीर पर रिजवान, उसकी पत्नी, तीन बहनों, भाई अन्नू और कमर जहां के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दबिश दी जा रही है।