Friday - 25 October 2024 - 7:43 PM

योगी के दोबारा CM बनने से दुनिया की खूबसूरत नगरी बनने के सपने को लगे पंख

  • राममंदिर चबूतरे की सात लेयर में प्रथम लेयर का कार्य पूर्ण..
  • विशाल गर्भगृह के साथ चार सौ खंभों पर टिका होगा भव्य राममंदिर..
  • सुरक्षा के लिए आधुनिकतम तकनीक का होगा इस्तेमाल..

ओम प्रकाश सिंह

अयोध्या। मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम के लिए बन रहे मंदिर के चबूतरे की पहली लेयर का काम पूरा हो गया है। गर्भगृह के लिए इक्कीस फुट ऊंचा चबूतरा बनाने के लिए सात लेयर ढाले जाने हैंं। दूसरी लेयर का कार्य प्रारंभ हो गया है। देश दुनिया से आने वाले श्रद्धालुओं व पर्यटकों के मद्देनजर सुरक्षा की आधुनिकतम तकनीक के इस्तेमाल की योजना बन रही है। रामलला का भव्य मंदिर चार सौ खंभों पर टिका होगा।

हिंदुत्व के ब्रांड बन चुके, गोरक्ष पीठाधीश्वर महंत योगी आदित्यनाथ के दोबारा मुख्यमंत्री बनने से राम नगरी अयोध्या में जश्न का माहौल है। खुशी का कारण है योगी का वो सपना जिसमें राम मंदिर निर्माण के साथ अयोध्या को विश्व की सबसे खूबसूरत नगरी बनाने का है। यह संयोग ही है कि गुरुवार को राम मंदिर निर्माण चबूतरे की प्रथम लेयर का कार्य पूर्ण हुआ और शुक्रवार को योगी आदित्यनाथ ने दोबारा मुख्यमंत्री पद की शपथ लिया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इच्छा है कि अगले वर्ष के अंत तक रामलला बन रहे राममंदिर के गर्भगृह में विराजमान हो जाएं। इसके लिए केन्द्र सरकार के साथ योगी सरकार ने भी खजाने का मुंह खोल रखा है। रामलला के गर्भगृह में विराजमान होने के अवसर बड़े जश्न की भी तैयारी है। कार्य समय से पूर्ण हो जाए इसके लिए ट्रस्ट लगातार कार्यदायी संस्थाओं के साथ बैठकें कर रहा है।

आपको बता दें कि भव्य राममंदिर चार सौ खंभों पर टिका होगा। पूर्वमुखी द्वार से 32 सीढ़ियां चढ़कर श्रद्धालु अपने आराध्य का दर्शन कर सकेंगे। मंदिर का गर्भगृह 10.50 मीटर लंबा होगा। इसी गर्भगृह में रामलला की चल मूर्ति प्रतिष्ठापित की जाएगी। बिड़ला धर्मशाला के सामने सुग्रीव किला से सीधा रास्ता राममंदिर के गर्भगृह तक पहुंचेगा।

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अभी राममंदिर के नींव का काम चल रहा है। नींव के ऊपर रॉफ्ट ढलाई का काम अंतिम दौर में हैं। दो शिफ्टों में 24 घंटे काम जारी है। रॉफ्ट की ढलाई का काम रात में ही किया जा रहा है, क्योंकि रॉफ्ट की परत को सुखाने के लिए रात का तापमान मुफीद है। मंदिर का चबूतरा बनने में सात लेयर ढाली जानी है जिसमें से पहली लेयर का कार्यय पूर्ण हो गया है, अब दूसरी लेयर का कार्य प्रारंभ है।

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साल 2023 में गर्भ गृह में रामलला को विराजमान कर दिया जाएगा। इसके मद्देनजर प्लिंथ के निर्माण कार्य रिटेनिंग वॉल के कार्य पर मंदिर निर्माण समित की बैठक में विस्तृत रूप से चर्चा की गई है। माना जा रहा है कि अप्रैल महीने के बाद राम मंदिर के गर्भ गृह का निर्माण कार्य आरंभ होगा।

गर्भगृह में रामलला के विराजमान होने के बाद पूरी दुनिया से श्रद्धालु व पर्यटक आएंगे। इन्हें उच्च स्तरीय सुविधाएं उपलब्ध कराने की योजनाओंं के साथ सुरक्षा की आधुनिकतम तकनीक पर भी कार्य प्रारंभ हो गया है। अयोध्या के जुड़वां शहर फैजाबाद के हर चौराहे को सीसीटीवी कैमरों व यातायात की लाइटों से लैस किया जा रहा है.

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