स्पेशल डेस्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में सपा अपनी साख बचाने के लिए लड़ रही है। लोकसभा चुनाव में मायावती ने अखिलेश का समर्थन किया था और सपा-बसपा से मिलकर चुनाव लड़ा था लेकिन बाद में अखिलेश से मायावती ने किनारा कर लिया। इस वजह से अखिलेश के लिए काफी बड़ा झटका था लेकिन अखिलेश ने इसपर कुछ नहीं कहा।
दूसरी ओर मुलायम सिंह यादव ने इस हार से बाहर निकलने के लिए कुछ कड़ा कदम उठाने के संकेत दिये थे लेकिन उनकी तबियत अचानक खराब हो गई थी और वह इस समय आराम कर रहे है तो दूसरी ओर अखिलेश के चाचा शिवपाल यादव भी सपा से किनारा करते नजर आ रहे हैं।
उन्होंने साफ कर दिया था कि उनकी पार्टी प्रसपा का विलय नहीं होने जा रहा है लेकिन उन्होंने रविवार को सपा प्रेम दिखाते हुए कहा कि वह उनके साथ गठबंधन करने को तैयार है लेकिन शिवपाल यादव ने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में अखिलेश यादव अगर गठबंधन की पेशकश करेंगे तो प्रसपा सपा से गठबंधन करेगी।
उनका साफ कहना है कि वह पहल कर रहे हैं लेकिन इसपर अमल करने के लिए अखिलेश को कदम उठाना पड़ेगा। चाचा और भतीजे की रार कम होने का नाम नहीं ले रही है। मुलायम की बीमारी के वक्त शिवपाल उन्हें देखने के लिए घर गए थे उस समय अखिलेश भी मौजूद थे लेकिन अखिलेश ने जब सोशल मीडिया पर फोटो शेयर की तो उसमें से शिवपाल को हटा दिया था। हालांकि खबर यहां तक आई कि दोनों के बीच में काफी देर तक बंद कमरे में बातचीत हुई थी लेकिन इसका खुलासा अभी तक नहीं हो पाया है।
अब देखना होगा कि शिवपाल यादव की इस पहल पर अखिलेश यादव कुछ कदम उठाते है या नहीं। अगर देखा जाये तो अखिलेश यादव की सपा इस समय बुरे दौर से गुजर रही है, ऐसे में अगर प्रसपा उनके साथ आती है तो उसके लिए फायदा हो सकता है।