जुबिली न्यूज डेस्क
अमेरिकी संसद भवन कैपिटॉल में ट्रंप समर्थकों के घुसने के बाद देश लोकतंत्र को लेकर शर्मसार हुआ है। इसको लेकर राष्ट्रपति ट्रंप को लेकर अमेरिका के लोगों में नाराजगी है। इसीलिए ट्रंप को जल्द से जल्द राष्ट्रपति पद से हटाने की मांग की जा रही है।
इसी कड़ी में आज डेमोक्रेटिक पार्टी ने कैपिटल बिल्डिंग की हिंसा में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के किरदार को लेकर अमेरिकी संसद में उनके खिलाफ दो महाभियोग प्रस्ताव पेश किये हैं।
इस प्रस्ताव में राष्ट्रपति डोनॉल्ड ट्रंप पर विद्रोह को भड़काने का आरोप लगाया गया है और दावा किया गया है कि अमेरिकी संसद में हिंसा को ट्रंप ने सक्रिय रूप से प्रोत्साहित किया।
सीनेट की स्पीकर नैंसी पेलोसी सहित उनकी डेमोक्रेटिक पार्टी के कई दूसरे नेता ट्रंप को इससे पहले व्हाइट हाउस से बाहर करना चाहते हैं।
ट्रंप को सत्ता से हटाने का एक तरीका महाभियोग का इस्तेमाल है, जिस पर सीनेट की स्पीकर नैंसी पेलोसी का जोर अधिक है। बुधवार को डेमोक्रेट अमरीकी संसद में हमले और इसके अंदर जबरदस्ती घुसने वाले दंगाइयों को कथित रूप से उकसाने पर राष्ट्रपति के विरोध में महाभियोग या 25वें संशोधन के इस्तेमाल से उन्हें उनके पद से हटाना चाहते हैं।
महाभियोग कैसे होगा?
क्या राष्ट्रपति ट्रंप इतिहास में दो बार महाभियोग के दायरे में आने वाले पहले अमेरिकी राष्ट्रपति हो सकते हैं? अमेरिकी कांग्रेस के निचले सदन हाउस ऑफ रिप्रेज़ेंटेटिव्ज़ में डेमोक्रेटिक पार्टी को बहुमत हासिल है। पार्टी के सदस्य इसी पर काम कर रहे हैं।
जो दो महाभियोग प्रस्ताव पेश किए गए हैं उनमें से एक डेमोक्रेटिक पार्टी की सदस्य इलहान उमर द्वारा तैयार किया गया है, तो दूसरा इसी पार्टी के जेमी रस्किन ने तैयार किया है।
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राष्ट्रपति को हाउस में महाभियोग करने के लिए बहुमत चाहिए और हाउस में बहुमत डेमोक्रेटिक पार्टी को हासिल है। इस लिए इसमें कोई बाधा नहीं होनी चाहिए।
हालांकि ऐसा संभव है कि ट्रंप की रिपब्लिक पार्टी के कुछ सदस्य भी इस मोशन के पक्ष में वोट दें।
पिछली बार जब राष्ट्रपति ट्रंप को महाभियोग का सामना करना पड़ा था तो पूरी प्रक्रिया में महीनों का समय लग गया था। इस बार समय कुछ दिनों का है, बल्कि इसी हफ्ते करना होगा। अब जबकि प्रस्ताव पेश किया जा चुका है, लिहाजा जल्द ही इस पर चर्चा और वोटिंग की उम्मीद है।
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