जुबिली न्यूज डेस्क
पटना. महागठबंधन के सभी घटक दलों ने मिलकर संयुक्त रैली पूर्णिया के उसी रंगभूमि मैदान में करने का निर्णय लिया है. इस रैली में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव एक मंच पर रहेंगे. बता दे कि बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की पहली सभा पूर्णिया के रंगभूमि मैदान में हुई थी. इस दौरान भाजपा नेताओं ने महागठबंधन की सरकार के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद की थी. अमित शाह की सभा के बाद महागठबंधन ने पूर्णिया में सभा कर बीजेपी को जवाब देने का ऐलान किया था.
य़े सभा एक सोची समझी सियासी रणनीति
बता दें कि ये वही मैदान है जहां चंद महीने पहले अमित शाह की सभा हुई थी. हालांकि, सियासत के जानकार कहते हैं कि यह महज संयोग नहीं; बल्कि एक सोची-समझी सियासी रणनीति है. महागठबंधन ने भी उसी दिन का चयन किया है जिस दिन अमित शाह बिहार आ रहे हैं; और उनकी दो सभाएं बिहार में होंगी. अमित शाह की पहली सभा वाल्मीकि नगर और दूसरी सभा पटना में होगी.
बीजेपी राम की सेना है और महागठबंधन कौरवों की
महागठबंधन के ऐलान पर बीजेपी ने तंज कसा है. बीजेपी विधान पार्षद अनिल शर्मा ने कहा कि महागठबंधन के लोग पूर्णिया में या पाकिस्तान में रैली करें उस से भाजपा को कोई फर्क नहीं पड़ने वाला. बीजेपी राम की सेना है और महागठबंधन कौरवों की सेना. हालांकि जदयू को इस पर कोई एतराज नहीं. जदयू का कहना है कि उनका कार्यक्रम लगातार चल रहा है और वह जाति और धर्म को देखकर किसी कार्यक्रम का आयोजन नहीं करते हैं.
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25 फरवरी को शक्ति परिक्षण
लोकसभा चुनाव 2024 में भले ही अभी देर हो. लेकिन सियासी रस्साकसी शुरू हो चुकी है. इसी कड़ी में 25 फरवरी को बिहार में महागठबंधन और एनडीए का शक्ति परिक्षण भी है. देखना होगा कौन किस पर कितना भारी पड़ता है.
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