जुबिली स्पेशल डेस्क
देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस काफी समय से केंद्र की सत्ता से दूर है और वनवास काट रही है। हालांकि पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने पहले के मुकाबले अच्छा प्रदर्शन किया और 99 सीट जीतकर कुछ हद तक अपना सम्मान बचा जरूर लिया।
राहुल गांधी लगातार कांग्रेस को मजबूत करने में लगे हुए और लगातार जमीनी स्तर पर काम कर रहे हैं लेकिन इसके बावजूद राज्यों में कांग्रेस पार्टी हालत लगातार पतली हो रही है और हर तरफ आंतरिक कलह से जूझना पड़ रहा है।
आंतरिक कलह की वजह से पंजाब, राजस्थान और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में उसकी सरकार चली गई और अब वहां पर कांग्रेस पार्टी बेहद कमजोर हो गई।
दूसरी तरह जिन राज्यों में कांग्रेस की सरकार बची हुई वहां भी खुलकर आंतरिक कलह देखने को मिल रही है। हाल में हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की सरकार गिरते-गिरते बची और वहीं कर्नाटक में सीएम की कुर्सी की लड़ाई भी खूब देखने को मिल रही है।
सीएम सिद्धारमैया और डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार के बीच टकराव कम होने का नाम नहीं ले रही है। ऐसे में वहां पर सरकार के गिरने के आसार बढ़ते हुए दिख रहे हैं।
अभी कर्नाटक का मामला सुलक्षा नहीं है तो तेलंगाना से भी कांग्रेस के लिए बुरी खबर आ रही है। लोकल मीडिया के अनुसार मौजूदा सीएम रेवंत रेड्डी की कुर्सी खतरे में तब पड़ गई जब दो मंत्रियों से नाराज विधायकों ने अहम बैठक कर डाली। इसके अलावा तेलंगाना कांग्रेस के एक सर्वे से भी कांग्रेस के अंदर की आंतरिक कलह सामने आ गई है।
लोकल मीडिया के हवाले से खबर है कि कांग्रेस के 10 विधायकों ने विधायक अनिरुद्ध रेड्डी के नेतृत्व में दो मंत्रियों के खिलाफ नाराजगी को लेकर डिनर पर बैठक की। हालांकि जैसे ही सीएम को इस बात की खबर लगी तो फौरन एक्टिव हो गए और मामले को जल्द खत्म करने के लिए पूरी तरह से एक् शन में आ गए है और जल्द नाराज विधायकों से मिलकर मामले को जल्द खत्म करने के लिए तैयार है।