जुबिली न्यूज डेस्क
उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले के कुंडा से विधायक और जनसत्ता दल के मुखिया रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया पारिवारिक कारणों को लेकर चर्चा में हैं. राजा भैया और उनकी पत्नी भानवी सिंह का विवाद कोर्ट तक पहुंच गया है. दोनों के बीच तलाक के परिवाद पर सोमवार को दिल्ली की फैमिली कोर्ट में सुनवाई होगी.
भानवी सिंह उस समय चर्चा में आई थीं, जब उन्होंने अपने पति राजा भैया के चचेरे भाई अक्षय प्रताप सिंह के खिलाफ जालसाजी का केस दर्ज कराया था। 28 साल बाद दोनों के रिश्तों में खटास आ गई है। साकेत के फैमिली कोर्ट में दोनों के रिश्तों को लेकर सोमवार को सुनवाई होगी।
बताया जा रहा है कि राजा भैया के भाई पर आरोप लगाने के बाद भानवी सिंह से उनके रिश्ते और ज्यादा तल्ख हो गए थे। तब राजा भैया से पूछा गया था कि वे इस मामले में किसके साथ खड़े होंगे तो उन्होंने जवाब दिया कि वह अपने भाई के साथ हैं। राजा भइया और भानवी की दो बेटियां और दो बेटे हैं.राजा भैया के बेटों के नाम शिवराज प्रताप सिंह और बृजराज प्रताप सिंह हैं जबकि बेटियों के नाम राघवी और बृजेश्वरी सिंह है. राजा भइया ने अपनी अर्जी में पत्नी भानवी सिंह पर आरोप लगाए हैं कि वह झगड़ा करती हैं और पारिवारिक कलह पैदा करती हैं. बता दें कि राजा भइया अपने पिता के इकलौते बेटे हैं.
कुंडा नहीं दिल्ली में रहती हैं भानवी
बता दे कि भानवी सिंह पिछले दो सालों से कुंडा में नहीं रहतीं. अब वह दिल्ली या फिर लखनऊ में रहती हैं. भानवी सिंह ने कुछ समय पहले ही अक्षय प्रताप सिंह के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कराया था. उन्होंने आरोप लगाए थे कि अक्षय प्रताप ने उनके फर्जी दस्तखत करके उनकी कंपनियां अपने नाम करा लीं. उस वक्त राजा भइया ने साफ कहा था कि वह अक्षय प्रताप के साथ खड़े हैं.
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भानवी सिंह उत्तर प्रदेश के बस्ती राजघराने की राजकुमारी रही हैं. राजा भइया से साल 1995 में शादी के बाद वह बेंती राजघराने की बहू बन गईं. उनका जन्म 10 जुलाई 1974 को बस्ती में हुआ है. वह बस्ती के राजा के छोटे बेटे कुंवर रवि प्रताप सिंह की बेटी हैं. उनकी शुरुआती पढ़ाई बस्ती में ही हुई लेकिन बाद में वह लखनऊ चली गई थीं.
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