जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। लोकसभा चुनाव में बेहद कम दिन रह गया है। मोदी तीसरी बार पीएम बनने का सपना पाल रहे हैं और उनको पूरा भरोसा है कि जनता उनको फिर से हाथों-हाथ लेंगी।
इतना ही नहीं बीजेपी चुनाव जीतने के लिए लगातार रणनीति बना रही है। विपक्ष के कुछ बड़े नेताओं को उसने बेहद आसानी से अपने पाले में कर लिया। बिहार में नीतीश कुमार को फिर से अपने एनडीए शामिल कर विपक्षी गठबंधन इंडिया की कमर तोड़ दी है क्योंकि जब विपक्ष को एक छत के नीचे लाने का पूरा श्रेय उनको ही जाता है।
उनके हटने से विपक्ष बिखरा हुआ नजर आ रहा है जबकि ममता बनर्जी और केजरीवाल भी अपनी अलग राह चुनते हुए नजर आ रहे हैं। हालांकि दोनों अब भी इंडिया गठबंधन का अहम हिस्सा माने जा रहे हैं लेकिन इसके बावजूद विपक्ष मोदी से टक्कर ले पायेंगे ये एक बड़ा सवाल है जिसका जवाब तो सिर्फ चुनाव में ही मिल सकता है।
वहीं दूसरी तरफ राहुल गांधी, अखिलेश यादव और तेजस्वी यादव मिलकर मोदी को रोकने के लिए पूरा जोर लगा रहे हैं। इतना ही नहीं विपक्षी एकता के नाम पर इन्हीं से उम्मीद नज़र आ रही है। यूपी-बिहार की 120 सीटों पर राहुल गांधी, अखिलेश यादव और तेजस्वी यादव मिलकर मोदी को रोकने की कोशिश करेंगे।
बिहार में राहुल गांधी की यात्रा को बल मिला जब तेजस्वी यादव इसमें शामिल हुए और उन्होंने राहुल गांधी के साथ मिलकर मंच साझा किया और मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला तो दूसरी तरफ अब उम्मीद है कि राहुल गांधी के यूपी में एंट्री लेने पर अखिलेश यादव भी इसमें शामिल हो सकते हैं। हालांकि ये अभी पता नहीं चला है कि अखिलेश कब और कहा शामिल होंगे।