इंटरनेशनल डेस्क
पाकिस्तान के आर्थिक हालात दिनों- दिन ख़राब होते जा रहे है, जिससे निपटने के लिए पाक पीएम इमरान ने कई नीतियां बनाई है। इन नीतियों के सहारे क्या इमरान पाकिस्तान के आर्थिक हालात को सुधार पाएंगे या नहीं ये तो आने वाला समय ही बताएगा।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपने देश से गरीबी के आमूल खात्मे के लिए एक महत्वाकांक्षी योजना पेश की है। इसके तहत 4 क्षेत्रों में 115 नीतिगत कदम उठाए जाने की बात सामने आयी है।
I am pleased to release my policy statement on #Ehsaas, my priority poverty reduction programme with its 4 focus areas and 115 policy actions to reduce inequality, invest in people, and uplift lagging districts https://t.co/Ue20Gaw3aC
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) April 8, 2019
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने ‘नया पाकिस्तान’ बनाने और अपने देश से गरीबी को पूरी तरह से खत्म करने को लेकर एक प्लान पेश किया है जिसे काफी महत्वाकांक्षी और साहसिक बताया जा रहा है।
‘एहसास’ नाम के इस प्लान के द्वारा पाकिस्तान में असमानता कम करने, गरीबी खत्म करने, जनकल्याण के लिए निवेश करने और विकास में पिछड़ गए जिलों को आगे बढ़ाने का लक्ष्य है। इसके तहत 4 क्षेत्रों में 115 नीतिगत कदम उठाए जाएंगे।
पाकिस्तान PM ने कहा
इमरान ने ट्वीट कर कहा, ‘एहसास गरीबों के लिए पाकिस्तान का अब तक का सबसे बड़ा साहसिक कार्यक्रम है। सरकार सभी पक्षों- जनता, निजी क्षेत्र, सिविल सोसाइटी, परोपकारियों और प्रवासी पाकिस्तानियों के साथ मिलकर यह सुनिश्चित करेगी कि करोड़ों लोगों को गरीबी से बाहर निकालने और एक मजबूत, सुरक्षित और सफल पाकिस्तान बनाने के लिए मजबूत बुनियाद तैयार करने का अपना वादा पूरा कर सके।
पाकिस्तान के गरीबी उन्मूलन समन्वय परिषद द्वारा गहन परामर्श से यह कार्यक्रम तैयार किया गया है। इसके तहत स्वास्थ्य एवं उच्च शिक्षा में आड़े आ रहे वित्तीय बाधाओं को दूर करने, गरीबी उन्मूलन के लिए पूंजी निर्माण, आर्थिक तरक्की और सतत विकास में केंद्र की भूमिका पर जोर दिया जाएगा।
पाक सरकार महत्वाकांक्षी योजना के लिए पैसे कहां से लाएगी
इमरान खान ने कहा कि इस योजना के तहत वादे इस आधार पर ही पूरे हो सकते हैं कि संस्थाओं को मजबूत बनाया जाए, पारदर्शिता हो और बेहतर शासन हो। यह बेहद गरीब लोगों, अनाथों, बेघरों, विकलांग और अस्वस्थ लोगों के लिए तैयार किया गया है।
हालांकि, बड़ा सवाल यह है कि पाकिस्तान सरकार अपनी इस महत्वाकांक्षी योजना के लिए पैसे कहां से लाएगी, क्योंकि पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था की हालत बेहद नाजुक है। खजाना खाली है और खुद इमरान सरकार राहत पैकेज के लिए अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष से कई बार मांग कर चुकी है।