जुबिली न्यूज डेस्क
पेटीएम पेमेंट बैंक के खिलाफ आरबीआई की कार्रवाई से पेटीएम के यूजर्स में खलबली मची हुई है। बड़ी संख्या में यूजर्स दूसरे ऑनलाइन पेमेंट्स ऐप का रुख कर रहे हैं। केंद्रीय बैंक ने हाल में एक आदेश जारी करके पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर कई तरह की पांबदियां लगा दी थीं।
एक तरह से पेटीएम पेमेंट बैंक की सभी सेवाओं पर एक मार्च से रोक लगा दी गई है। केवल ट्रांसफर और विड्रॉल की अनुमति होगी लेकिन आप 29 फरवरी से अपना पेटीएम वॉलेट या फास्टैग टॉप नहीं कर सकेंगे। साथ ही आप अपने अकाउंट में पैसा डिपॉजिट नहीं कर पाएंगे। हालांकि आरबीआई के एक्शन से पेटीएम के कम ही यूजर्स के प्रभावित होने की आशंका है। इसकी वजह यह है कि आरबीआई की कार्रवाई से पेटीएम यूपीआई ऐप के यूजर्स पर कोई असर नहीं होगा।
इन यूजर्स का नहीं होगा नुकसान
पेटीएम यूपीआई ऐप के करीब नौ करोड़ यूजर्स हैं। इनमें से केवल 1.5 करोड़ यूनीक यूजर्स हैं। इसकी वजह यह है कि 7.5 करोड़ यूजर्स ने दूसरे यूपीआई ऐप्स भी अपने मोबाइल पर इंस्टॉल किए हैं। पेटीएम यूपीआई ऐप के नौ करोड़ यूजर्स में से केवल 90 लाख यानी 10 फीसदी यूजर्स का ही पेटीएम पेमेंट बैंक में अकाउंट है।
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यानी आरबीआई के एक्शन से पेटीएम यूपीआई ऐप के 8.1 करोड़ यूजर्स पर कोई असर नहीं होगा क्योंकि उनका यूपीआई दूसरे बैंकों के अकाउंट्स से साथ जुड़ा है। माना जा रहा है कि आरबीआई इसी हफ्ते पेटीएम पेमेंट बैंक के बारे में एफएक्यू जारी कर सकता है। जहां तक मर्चेंट्स की बात है तो पेटीएम से जुड़े 70 फीसदी यूजर्स का पेटीएम पेमेंट बैंक में अकाउंट नहीं है।