जुबिली स्पेशल डेस्क
पटना। बिहार में राजनीतिक घमासान अब चरम पर जा पहुंचा है। बिहार में नीतीश सरकार गिर सकती है। ताजा घटनाक्रम इशारा कर रहे हैं कि नीतीश कुमार एक बार फिर लालू का साथ छोड़ सकते हैं और बीजेपी के पाले में जा सकते हैं।
माना जा रहा है कि बिहार की राजनीति के अगले कुछ घंटे काफी अहम होने जा रहे हैं। इसको लेकर कयासों का दौर जारी है। नीतीश कुमार एक से दो दिन के बाद कोई कड़ा कदम उठा सकते हैं।
इससे ये पता चलेगा कि नीतीश कुमार एनडीए के साथ जाएंगे या फिर कोई और कदम उठा सकते हैं। इस बीच लालू यादव ने नीतीश कुमार को फोन किया है और बीच का रास्ता निकालने के लिए कहा है।
इतना ही नहीं इसके लिए उन्होंने अपनी पार्टी के नेता शिवानंद तिवारी को नीतीश कुमार से बातचीत करने के लिए भेजा। माना जा रहा है कि कल नीतीश कुमार ने लालू पर इशारों में निशाना साधा था और उसके बाद लालू की बेटी ने एक पोस्ट डाली थी जिसके बाद जमकर हंगामा हुआ था लेकिन रोहिणी ने भले ही इस पोस्ट को डिलीट कर दिया लेकिन बीजेपी ने हाथ आए मौके को गंवाना नहीं चाहती है और वो लगातार इस मुद्दे को हवा देने में लगी हुई है।
जद+कांग्रेस+लेफ्ट की सीटों को मिला लिया जाए तो 79+19+16 यानी 114 का नंबर बनता है. मतलब साफ है बहुमत के लिए 8 विधायकों की कमी है। लालू खेमा इन्हीं 8 विधायकों को साधने में जुट गया है । वहीं, नीतीश कुमार जेडीयू के प्रमुख नेताओं के साथ बैठक कर रहे हैं. लालू जादुई आंकड़ा जुटा लें, इससे पहले ही नीतीश विधानसभा भंग कर सकते हैं।
नीतीश कुमार के पाला बदलने पर लालू यादव खेमा बहुमत के लिए जादुई आंकड़ों को पाने के लिए रणनीति बना रहा है। सारे घटनाक्रम अचानक से बदले हैं क्योंकि मोदी सरकार ने कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने का फैसला किया।
नीतीश कुमार भी अचानक से बदल गए है और उन्होंने कर्पूरी ठाकुर के बहाने लालू यादव को घेरा है जबकि उसका जवाब की बेटी ने अपने ही अंदाज में दिया है। ऐसे में अटकलें हैं कि नीतीश कुमार फिर से एनडीए में जा सकते हैं। बिहार की ताजा घटनाओं पर बीजेपी की पैनी नजर है और हाईकमान बिहार के बड़े नेताओं को दिल्ली बुलाचुका है।