जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। लोकसभा चुनाव को लेकर उत्तर प्रदेश में सियासी पारा लगातार बढ़ रहा है। बीजेपी को हराने का सपना देख रहा विपक्षी इंडिया गठबंधन अभी तक सीट शेयरिंग के मामले में नतीजों पर नहीं पहुंच सकी है।
इतना ही नहीं सपा और कांग्रेस के बीच लगातार तनाव की स्थिति देखी जा सकती है। इसके साथ ही अखिलेश यादव यूपी में अपना दबदबा कायम रखना चाहते हैं और कांग्रेस को बेहद कम सीट देने के पक्ष में नजर आ रहे हैं तो दूसरी तरफ बसपा को लेकर उन्होंने अपना कड़ा रुख अपना रखा है लेकिन अब जो खबर आ रही है वो काफी हैरान कर सकती है।
दरअसल इंडिया गठबंधन में सीटों के बंटवारे के बीच समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व सीएम अखिलेश यादव अब चाहते हैं कि मायावती इस गठबंधन में शामिल हो लेकिन अभी तक इसको लेकर खबरें सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा है।
कांग्रेस भी चाहती है कि मायावती इस गठबंधन में शामिल हो जाये। हालांकि मायावती की तरफ इसपर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है। अगर मायावती इस गठबंधन में शामिल होती है तो सीट शेयरिंग का पूरा खेल बदल जायेगा। राजनीतिक सूत्रों से पता चला है किसपा चुनाव में बसपा को 25-30 सीटें दे सकती है।
सपा ज़्यादा सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है, इसके पीछे वो ये दलील दे सकती है कि विधानसभा चुनाव के लिहाज़ से वो अभी भी यूपी की सबसे बड़ी पार्टी है, हालांकि मायावती इस पर राज़ी होंगी ये कहना मुश्किल है।
अब सबकी नजरे मायावती पर टिकी हुई है कि वो क्या फैसला लेती है। माना जा रहा है कि 15 जनवरी को इस पर कोई फैसला ले सकती है। हालांकि पहले सपा बसपा को शामिल करने का विरोध कर रही थी लेकिन अचानक से उसके विचार क्यों बदल गये है, ये किसी को पता नहीं चल रहा है।
इतना ही नहीं अखिलेश यादव भी बसपा के खिलाफ अब किसी तरह का बयान नहीं दे रहे हैं और पार्टी के नेताओं को भी किसी तरह के बयान से बचने की सलाह दे रहे हैं।
अब देखना होगा क्या मायावती को इंडिया गठबंधन में शामिल किया जाता है या नहीं। कुल मिलाकर अखिलेश यादव अब पूरी तरह से बसपा को शामिल करने को तैयार है और ऐसे में अब देखना होगा कि कांग्रेस इस पर क्या प्रतिक्रिया देती है।